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टिप्पणियाँ

सातवाँ प्रस्ताव कार्य-समितिको इस बातका अधिकार देता है कि यदि आवश्यक हो तो मलाया प्रायद्वीप और लंकाके हिन्दुस्तानी कुलियोंकी हालतकी जाँच करनेके लिए एक शिष्ट-मण्डल भेजा जाये। जो कुली मलाया और लंका जाते हैं उनकी हालत- का हमें कुछ भी ज्ञान नहीं है । अखबारोंसे जो कुछ मालूम हो जाता है, बस उतना ही । हमारा कर्त्तव्य है कि हम उनकी हालतकी जाँच करें और उसे सुधारनेकी भरसक कोशिश करें ।

[ अंग्रेजीसे ]
'यंग इंडिया,' ३-७-१९२४

१७८. टिप्पणियाँ

तत्काल आदेश-पालन

ज्यों ही अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की बैठकमें यह प्रस्ताव पास हुआ कि जो सदस्य खुद बहिष्कारोंपर अमल न कर रहे हों वे इस्तीफा दे दें, श्री कालिदास झवेरीने विभिन्न समितियोंसे अपना इस्तीफा पेश कर दिया। वे वकालत करते हैं । मतदाताओंने इस बातको जानते हुए भी कि उन्होंने फिर वकालत करना शुरू कर दिया है, उन्हें चुना था । कमेटी के इस अनुरोधपर तत्काल कार्रवाई करने के लिए मैं श्री कालिदास झवेरीको बधाई देता हूँ। वे एक अच्छे कार्यकर्त्ता हैं । अब हम यही कामना करें कि उनके पदोंसे इस्तीफा दे देनेके कारण कांग्रेस उनकी सेवाओंसे वंचित नहीं होगी। जो आदमी कांग्रेसके तमाम कार्यक्रमोंसे सहमत न हो या जो अपनी कमजोरी कि वजह से अथवा ऐसी परिस्थितियोंके कारण जिनपर उसका कुछ बस न चलता हो, कार्यकारिणी समितिका पदाधिकारी न रह सकता हो, वह भी उसी प्रकार कारगर ढंगसे काम कर सकता है, जिस प्रकार वह पदाधिकारी रहते हुए कर सकता था। मिसाल के तौरपर श्री झवेरीको कांग्रेस के सदस्य बढ़ानेसे, चरखा चलानेसे, खादी-प्रचार करनेसे और चन्दा इकट्ठा करने आदिसे कोई रोक नहीं सकता । सच तो यह है कि प्रामाणिक कार्यकर्त्ता पदाधिकारीकी जिम्मेवारी लेनेकी बनिस्बत काम ही ज्यादा पसन्द करता है और कार्यकारिणी समितिमें न होने के कारण वह वहाँ होनेवाले जबरदस्त वितण्डावादसे भी बच जाता है ।

जब अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटीने मुकदमा लड़नेवाले लोगोंको छूट देनेका प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया तो श्री गंगाधरराव देशपाण्डेने तुरन्त अपना इस्तीफा पेश कर दिया और वह उसी दम मंजूर भी कर लिया गया, क्योंकि देशपाण्डे कांग्रेसके महामन्त्री थे । वे कर्नाटक प्रान्तीय कांग्रेस कमेटी के सभापति भी थे। श्री देशपाण्डे अपने प्रान्तके लिए प्रेरणाके स्रोत हैं। देखना चाहिए कि अब कर्नाटक अपनी कठिनाई किस तरह दूर करता है। वे कांग्रेसके कामका संगठन कर रहे हैं।

श्री गंगाधररावका यह कदम एक बड़ा प्रयोग है । अब यदि वे बिना किसी ओहदेपर रहते हुए भी लोगोंको ठीक रास्ता दिखाते रहे तो यह हम सब लोगोंके

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