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अधिकार-वंचित

करनेकी शिक्षा दिये बिना चारा नहीं । इसी प्रकार यदि आवश्यक हो तो देशी मिलोंका भी सर्वसाधारणके हितमें, जिसे गरीब बनाकर वे मालामाल हो रहे हैं घाटा उठाने के लिए तैयार हो जाना लाजिमी है। हमारे देहातमें जाकर कोई साहसी नानबाई चूल्हे बन्द करानेके लिए नानकी सस्ती दूकानें खोले तो मुझे आशा है कि सारा समाज उसका विरोध करेगा । इस विरोधका जो कारण होगा, मेरे मिल विरोधका भी वही कारण है। लेकिन उसी सूरतमें, जब वे सर्वसाधारणके हितमें बाधक होंगी ।

[ अंग्रेजीसे ]
यंग इंडिया, १७-७-१९२४

२१२. अधिकार-वंचित

श्री जमालुद्दीन मखमूर लिखते हैं :

१९२३ के नवम्बर में किये गये नगरपालिकाके पिछले चुनावमें, मेरवाड़ाके अतिरिक्त सहायक आयुक्तने मेरा नाम ब्यावर की मतदाता सूचीसे इस आधार-पर निकाल दिया था कि मुझे दण्ड प्रक्रिया संहिताके खण्ड १०८ के अन्तर्गत छः महीने की सजा हो चुकी है। ... मैंने १० अक्तूबरको आयुक्तके यहाँ अपील कर दी. . . इसपर कोई ध्यान नहीं दिया गया और चुनाव कर लिया गया। तबसे में आयुक्त के कार्यालयसे उत्तरकी प्रतीक्षा कर रहा था और आज १० जुलाईको मुझे निम्न सूचना प्राप्त हुई है :[१]

यह ऐसा ही है, जैसे फाँसी दे देनेके बाद क्षमा-दानका आदेश भेजना। इस समय कदाचित् मतदानका अधिकार बहुत महत्त्वका न हो । किन्तु जब लोग अपने अधिकारोंके बारेमें जागरूक हो जाते हैं, तब महत्त्वपूर्ण अवसरोंपर एक मत भी बाजी पलट देनेके लिए काफी होता है । श्री जमालुद्दीनको एक ऐसे मामलेमें, जिसमें किसी लम्बी जाँचकी आवश्यकता नहीं थी और आयुक्तको चुनाव जल्दी ही होने की बात अवश्य ही मालूम होगी, इस असाधारण विलम्बके लिए स्पष्टीकरण माँगनेका अधिकार है । जहाँतक मेरा सम्बन्ध है, यह घटना असहयोग करनेके लिए एक और कारण प्रस्तुत करती है। मैं अधिकारियोंके ऐसे सभी कामोंको बहुत सन्देहकी दृष्टि से देखता हूँ। उनसे लोगोंके मताधिकार और अन्य अधिकारोंके प्रति तिरस्कारका भाव व्यक्त होता है । यदि लोगोंके पास इस भ्रष्टाचारके विरुद्ध तत्काल कोई उपाय नहीं है तो मैं इसे इस बातका कोई कारण नहीं मान सकता कि जनमतकी नितान्त अवज्ञा करके भारतीय प्रशासन चलाने में अधिकारियोंसे प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूपसे कोई सहयोग किया जाये ।

[ अंग्रेजीसे ]
यंग इंडिया, १७-७-१९२४
२४-२७
  1. २. नहीं दिये जा रहे हैं। विवरणमें बीजापुर जिलेके कई गांवोंमें चरखा कताई और बुनाईके कार्यका तथा उसके जरिये कई ग्रामनिवासी स्त्री-पुरुषों द्वारा अपनी आजीविका कमानेका विस्तृत उल्लेख है ।