पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 24.pdf/५६५

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लिए अखाड़े खोलने चाहिए और पौष्टिक भोजन खाना चाहिए। आप उन्हें उपदेश दें कि वे अपने लड़के और लड़कियोंकी शादियोंमें बहुत खर्च न करें, बल्कि २१ वर्षकी आयुतक ब्रह्मचर्य का पालन करें। ऐसा करके आप हिन्दू-जातिकी भारी सेवा करेंगे और फलतः स्वराज्य भी सहज मिल जायेगा । कृपया इस पत्रको 'यंग इंडिया' में प्रकाशित कर दे ।

पत्रलेखक सज्जन चाहते हैं कि हिन्दू और मुसलमान दोनों पशु बन जायें और अपने अस्तित्व के लिए निरन्तर पशुबलका उपयोग करते रहें। केवल वे एक बातको भूल जाते हैं कि पशुओं में परस्पर प्रेम नहीं होता। मैं चाहता हूँ कि हिन्दू शारीरिक रूप से बलवान हों। मैं यह भी चाहता हूँ कि वे किसी आदमी से न डरें । ये बातें केवल हिन्दू-मुस्लिम ऐक्यके लिए ही नहीं, बल्कि राष्ट्रके अस्तित्वके लिए भी आवश्यक हैं । परन्तु मैं जानता हूँ कि केवल शरीर बलसे एकता नहीं आ सकती। जबतक हम में पारस्परिक प्रेम नहीं होता तबतक हम हमेशा कुत्ते-बिल्लीकी तरह आपस में लड़ते रहेंगे और मैं यह उचित नहीं समझता कि मैं अपना जीवन एक ऐसी योजनाको अर्पित कर दूं जिसका उद्देश्य शस्त्रोंके बलपर शान्ति स्थापित करना हो। मैं तो शाश्वत शान्ति चाहता हूँ। वह केवल पारस्परिक धार्मिक सहिष्णुतासे ही पदा हो सकती है । यह बात तो अब पुरानी हो गई; चाहे हमारा और अंग्रेजोंका प्रश्न हो, चाहे हिन्दुओं और मुसल-मानोंका, हम हृदय परिवर्तन चाहते हैं । दूसरी सब बातें अपने-आप ठीक हो जायेंगी ।

पत्रलेखक शरीर-बलकी प्राप्तिका उपाय ब्रह्मचर्य बताते हैं । शरीरबलकी प्राप्तिके लिए आत्मसंयमका उपयोग करनेका विचार करना मानों कौड़ीके लिए हीरेको बेचना है । क्या ब्रिटिश सैनिक सैंडो-जैसा हृष्ट-पुष्ट बनने के लिए आत्मसंयमका पालन करते हैं ? पत्रलेखकको अपने उपायोंसे निकलनेवाले परिणामोंपर ठंडे मनसे विचार कर देखना चाहिए। मैं सोचता हूँ कि हमारे पास १०,००० सच्चे ब्रह्मचारियोंकी सेना हो तो हम मुसलमानों, अंग्रेजों और अन्य सबको जीत सकते हैं। क्या लेखककी समझमें यह बात नहीं आती कि उनके ये ब्रह्मचारी उनके सुझाये हुए तरीकेसे नहीं लड़ेंगे ? यह सच है कि उन्हें ऐसा करने की जरूरत भी नहीं होगी ।

रजिस्टरोंका विवरण

निम्न समितियोंने उन पंजीयित प्रतिनिधियोंके विवरणके रजिस्टर भेज दिये हैं, जिनका नाम मास-प्रतिमास सूत कातनेके लिए दर्ज किया गया है ।

बंगाल मध्य प्रान्त ( हिन्दुस्तानी ) बिहार गुजरात बम्बई संयुक्त प्रान्त बर्मा PP १०६६ १०५५ ७९० ३८१ २३७ २४२ ३६ Gandhi Heritage Portal