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३१४. तार : सरोजिनी नायडूको[१]
[ १२ अगस्त, १९२४ या उसके पश्चात् ]
सरोजिनी नायडू
ताज
बम्बई
ताज
बम्बई
सभामें शामिल होना अनावश्यक । मतलब,राहत पहुँचानेके कममें असहयोगियोंको सरकार द्वारा खोली गई संस्थाओंकी मदद करनी चाहिए ।
गांधी
अंग्रेजी प्रति (एस० एन० १०१०७) की फोटो नकलसे ।
३१५. तार : के० माधवन् नायरको[२]
[ १२ अगस्त, १९२४ या उसके पश्चात् ]
माधवन् नायर
वकील
कालीकट
वकील
कालीकट
चन्दा और कपड़े इकट्ठे कर रहा हूँ। भूखों, नंगों और बेघरबार देश- वासियोंके बारेमें रात-दिन चिन्तित हूँ ।
गांधी
अंग्रेजी प्रति (एस० एन० १०१०८) की फोटो-नकलसे ।
- ↑ १. यह तार सरोजिनी नायडूके ११ अगस्तके निम्नलिखित तारके जवाबमें था, जो गांधीजीको १२ अगस्त, १९२४ को मिला था; " बाढ़ से सम्बन्धित सभामें शेरिफका सुझाव है कि अध्यक्षताके लिए गवर्नरको बुलाया जाए। तार द्वारा सूचित कीजिये, क्या असहयोगी शामिल हो सकते हैं । "
- ↑ २. यह तार माधवन नायरके १२ अगस्त, १९२४ के तारके जवाबमें भेजा गया था, जो इस प्रकार था : “बाढ़ग्रस्त क्षेत्रमें दौरा किया । अत्यधिक दुर्दशा ग्रस्त क्षेत्रमें मारवाड़ी राहत कोषको मददसे सहायता केन्द्र खोले । आपका लेख चन्दा देनेवालोंको निरुत्साहित कर सकता है। कोषके अलावा कांग्रेसके किसी भी तरह के छोटे-बड़े योगदानका स्वागत है, कृपया आम जनतासे अपील कीजिए। शुरूके एक महीने में भोजन सम्बन्धी राहत जरूरी है। आवासके लिए धन देनेका काम सरकार पर छोड़ा जा सकता है । एक लाख रुपये से एक लाख लोगोंके कष्ट दूर हो सकेंगे। "