पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 24.pdf/६२०

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
५९०
सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

सुझाइए; आपकी इच्छानुसार चलनेका भरसक प्रयत्न करूँगा । यदि कोई बात बिलकुल साफ न हो पाई हो तो कृपया लिखिएगा ।

मैं मुहम्मद अली के तारपर कल दिल्ली जा रहा हूँ ।

हृदयसे आपका,
मो० क० गांधी

अंग्रेजी पत्र (एस० एन० १०११७) की फोटो नकल तथा महादेव देसाईकी हस्तलिखित डायरी से ।

३३०. पत्र : कनिकाके राजाको

साबरमती
१५ अगस्त, १९२४

प्रिय राजा साहब,

इससे पहले आपके दो पत्र मिले थे। उनकी प्राप्ति सूचना न भेज पानेके लिए क्षमाप्रार्थी हूँ। जवाब देनेसे पहले में सम्बन्धित कागजात अच्छी तरह देख लेना चाहता था । परन्तु हाथमें काम इतना है कि में उन्हें अभीतक गौरसे नहीं देख पाया हूँ । आशा है, जल्दी ही देखकर फिर लिखूंगा। आपने तत्परता से ध्यान देनेके लिए आश्वासन दिया, इसके लिए धन्यवाद ।

हृदयसे आपका,
मो० क० गांधी

राजा कनिका
उड़ीसा
[ अंग्रेजीसे ]
महादेव देसाईकी हस्तलिखित डायरीसे ।
सौजन्य : नारायण देसाई