पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 25.pdf/२५७

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।

१५५. तार: कुम्भकोणम् कांग्रेस कमेटीको

[२३ सितम्बर, १९२४][१]

तारके धन्यवाद। ईश्वर चाहेगा तो यह अग्नि-परिक्षा पार कर लूगाँ।

गांधी

अग्रेंजीसे
हिन्दू, २३-९-१९२४

१५६. पत्र: सतीश चन्द्र मुखर्जीको

दिल्ली
२३ सितम्बर, १९२४

प्रिय सतीश बाबू,

यह पत्र आपको केवल यह बतानेके लिए लिख रहा हूँ कि मेरा उपवास बहुत ही अच्छी तरह चल रहा है। मैं जानता हूँ, आप अन्दर-ही-अन्दर इस बात से प्रसन्न हो रहे हैं कि ईश्वरने मुझे संकटमें से गुजरने की शक्ति दी है। यदि आप यहाँ आना ही चाहते हों तो मेरे उपवासके अन्तिम सप्ताह में आयें। अब आप कृष्टोदासके बारेमें चिन्ता न करें।

हृदयसे आपका
मो० क० गाँधी

[ पुनश्चः ]

कृष्टोदासने मुझे अभी-अभी बताया है कि आपको तो बुखार है। यदि ऐसा हो तो आपको यात्रा नहीं करनी चाहिए।

अंग्रेजी पत्र (जी० एन० ५५९६) की फोटो-नकलसे।

  1. समाचारपत्रमें दी गई तारीखसे।