पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 25.pdf/२९५

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२००. तार: मोतीलाल नेहरूको[१]

[ १९ अक्तूबर, १९२४ या उसके पश्चात् ]

तार के लिए धन्यवाद। जवाहरलालका समाचार सुनकर दुःख हुआ। कृपया मेरी ओरसे अनुरोध करें, अपने स्वास्थ्यका खयाल रखे।

अंग्रेजी प्रति ( एस० एन० १०४८९ ) की माइक्रोफिल्म से।

२०१. तार: चित्तरंजन दासको[२]


[ १९ अक्तूबर, १९२४ या उसके पश्चात् ]

खुशी हुई कि आप अच्छे हो रहे हैं। तिथि बढ़ाने की बात सहर्ष स्वीकार करता हूँ।

गांधी

अंग्रेजी प्रति ( एस० एन० १०४८९ ) की माइक्रोफिल्मसे।

२०२. एक रास्ता

आश्विन बदी ७, १९८० [ २० अक्तूबर, १९२४ ]

शिक्षा-परिषद् में इस आशय का एक प्रस्ताव पास हुआ था कि विद्यापीठको प्राथमिक शिक्षाको प्रमुख स्थान देना चाहिए। मेरा इरादा इस प्रस्तावके विषयमें विद्यापीठको कुछ व्यावहारिक सुझाव देनेका था; लेकिन युग बीत गया और मैं दूसरे कामोंमें व्यस्त रहने के कारण वैसा कर नहीं सका। फिर भी, प्राथमिक शिक्षाकी बात मैं भूल नहीं सकता था।

लेकिन विद्यापीठके सामने कुछ व्यावहारिक सुझाव पेश करनेसे पहले मैं शिक्षाके विषयमें शिक्षकोंके समक्ष कुछ विचार रखना चाहता हूँ। बहुत वर्षोंसे मैं ऐसा

  1. यह मोतीलाल नेहरूके १८ तारीखके तारके उत्तरमें भेजा गया था। मोतीलालजीका वह तार जो गांधीजीको १९ तारीखको मिला, इस प्रकार था: "आपका तार; जवाहरको बुखार है। कल रात नागपुरको रवाना हूँगा। सोमवारको दोपहर बाद वहाँ पहुँचूँगा।
  2. यह देशबन्धु दासके १९ अक्तूबरके निम्नलिखित तारके उत्तरमें भेजा गया था: "अभी अच्छा हो रहा हूँ। ३० तक मुझे यहीं रहने दें। मोतीलालको तार दिया है। बैठक ३१को रखें। कोहाट जानेकी तिथि एक दिन बढ़ा दें।"