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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

इससे पहले कि स्वराज्यवादी और अपरिवर्तनवादी किसी संयुक्त कार्रवाईपर सहमत हो सकें ऐसी सलाह करना असम्भव था; क्योंकि इस प्रकारकी अपील कांग्रेसके दोनों पक्षोंकी संयुक्त अपील होनी चाहिए। असल बात यह है कि अपरिवर्तनवादियोंसे भी कोई सलाह नहीं की गई है। यह सच है कि मैं बंगालमें अपरिवर्तनवादियोंसे मिला था और मैंने उनसे स्थितिके सम्बन्धमें बातचीत की थी, जैसे कि उदाहरणके लिए मैं श्री सत्यानन्द बोससे मिला था और मैंने उनसे भी इस विषयमें विचार- विनिमय किया था। किन्तु मैंने उन लोगोंकी स्वीकृति प्राप्त करनेकी कोशिशतक नहीं की थी। इसका सीधा-सादा कारण यह था कि मेरे पास ऐसी कोई व्यवस्था न थी जिसके जरिये एक समुदायके रूपमें अपरिवर्तनवादियों की इच्छा जान सकूँ और उनसे विधिवत् कोई वचन ले सकूँ। इसलिए मैंने सबसे अच्छा यहीं समझा कि मैं अपनी व्यक्तिगत राय दे दूँ और उसे समुचित विचारके लिए देशके सम्मुख रख दूँ। आप देखेंगे कि यह समझौता उन सब दलोंके नाम एक सिफारिशके रूपमें है जो कांग्रेसमें शामिल हैं अथवा कांग्रेसके बाहर हैं। सलाह करने का समय तो अब आया है। अपरिवर्तनवादी अपनी राय अगली अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटीकी बैठकमें व्यक्त कर सकेंगे। मौलाना मुहम्मद अलीने कांग्रेस अध्यक्षकी हैसियतसे इस सम्मेलनके लिए सब दलोंके प्रतिनिधियोंको, जिनमें 'यूरोपियन एसोसिएशन' के प्रतिनिधि भी शामिल हैं, निमन्त्रण भेज दिये हैं।

स्वराज्य दल और मैंने जो सिफारिश की है वह सम्मेलनमें सब दलोंके सामने रखी जायेगी कि वे उसपर सहानुभूतिपूर्वक विचार करें। समझौते से यदि कोई वचन-बद्ध है तो वह स्वराज्य दल और व्यक्तिगत रूपसे मैं स्वयं ही हूँ, अन्य कोई भी व्यक्ति या दल नहीं। हर एक व्यक्ति हमें समझाने के लिए स्वतन्त्र है और यदि कोई ऐसा दूसरा समझौता हो जिससे सब दल किसी एक कार्यक्रमके बारेमें एक मंचपर इकट्ठे हो सकें और जिससे हमें अपने समान लक्ष्यकी ओर आगे बढ़नेमें आसानी हो और जो एक ओर तो बंगाल सरकारकी दमन-नीतिका कारगर उत्तर हो और दूसरी ओर गुमराह अराजकतावादियोंकी इच्छासे भी मेल खा सके और इस प्रकार उन्हें सही मार्गपर ला सके तो मुझे पूरा भरोसा है कि उस समझौतेके मार्गमें न तो स्वराज्य दल बाधक होगा और न स्वयं मैं ही। समस्त नेताओंसे मेरा अनुरोध है कि वे मौलाना मुहम्मद अलीका निमन्त्रण स्वीकार कर लें और बम्बईके आगामी सम्मेलनकी कार्रवाईमें सहायता और मार्गदर्शन करें।

[ अंग्रेजीसे ]
यंग इंडिया, १३-११-१९२४