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भरोसा किया जा सकता है। उनके अनुसार श्री देसाई कमजोर या दुर्बल नहीं दिखाई पड़ते।

अन्तमें मैं कहना चाहूँगा कि तीन सप्ताह पहले मैंने हैदराबाद जेलका निरीक्षण किया था और उस अवसरपर श्री देसाईको भी देखा था। आपने जिन चीजोंका उल्लेख किया है उनमें से किसी बातकी शिकायत उन्होंने मुझसे नहीं की। उनकी एक ही प्रार्थना थी कि चूँकि हैदराबादकी जलवायु उन्हें अनुकूल नहीं पड़ रही है इसलिए उन्हें स्थानान्तरित कर दिया जाये। ऐसी कोई बात माननेका कारण नहीं था, इसलिए मैंने इसपर कोई कार्रवाई करना जरूरी नहीं माना।

यह बिलकुल सच है कि श्री देसाईने कोई शिकायत नहीं की, क्योंकि उन्हें लगा कि सारे अधिकारी भारतीय हैं और उनके खिलाफ शिकायत नहीं करनी चाहिए। वे असुविधा सहन करना चाहते थे। मैं जानता था कि वे कठोर श्रमकी सजावाले कैदी हैं, लेकिन एक कठोर श्रमवाला कैदी भी ऐसा काम माँग सकता है जिसके लिए वह अधिक उपयुक्त हो। मुझे जेलोंके वर्तमान मुख्य अधीक्षकको अच्छी तरह जानने का सौभाग्य प्राप्त है, क्योंकि वे मेरी कैदके आखिरी महीनोंमें उसी जेलमें सुपरिटेंडेंट थे। वे सख्त हैं, लेकिन न्याय-प्रिय और शान्त स्वभावके व्यक्ति हैं। इसलिए मैं आशा करता हूँ कि श्री देसाईको अनावश्यक कष्ट नहीं झेलना पड़ेगा।

दक्षिण आफ्रिकामें भारतीय

नेटाल सरकार अभी भी भारतीय प्रवासियोंके पीछे पड़ी हुई है। वह जैसे-तैसे किसी भी तरह परेशान करके उन्हें उस उपनिवेशसे भगा देनेपर तुली हुई है। इस सिलसिलेमें उन्होंने हाल ही में एक ऐसा कानून बनाया है जो अन्य चीजोंके अलावा भारतीय करदाताओंसे नगरपालिका -मताधिकार छीन लेता है। भारतीयोंके विरुद्ध मताधिकारके दुरुपयोगका कोई आरोप कभी नहीं रहा है। यह माना जाता है कि वे नियम-पालक नागरिक हैं। लेकिन मंशा तो उनको ऐसी अपमानजनक स्थितिमें डालनेका है कि आत्मसम्मानी भारतीयोंके लिए नेटालमें रहना असम्भव हो जाये। हम यही आशा करते हैं कि पहलेकी भाँति गवर्नर जनरल इस अत्याचारी कानूनको स्वीकृति देना नामंजूर कर देंगे।

कताई क्लब

श्रीयुत नम्बूद्रीपादने मुझे त्रिचूरमें स्थापित एक कताई क्लबकी गतिविधियोंका विवरण भेजा है। इतनी जल्दी इस क्लबकी गतिविधियोंके बारेमें विश्वासपूर्वक कुछ कह सकना सम्भव नहीं है। लेकिन ऐसे क्लबोंका संगठन अत्यन्त वांछनीय चीज है। ये क्लब लोगों द्वारा स्वेच्छा-प्रेरित कताईके विकासमें मदद दे सकते हैं और नौसिखियोंके लिए तो सहायक ही सिद्ध होंगे। त्रिचूर क्लबमें करीब २५ सदस्य हैं। ये समय-समयपर प्रतियोगिताएँ आयोजित करते हैं। प्रत्येक सदस्य अ० भा० खादी बोर्डके