पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 26.pdf/१०७

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हिन्दू २६ 2WM टिप्पणियाँ स्त्रियाँ प्रान्त मुसलमान फी हजार फी हजार बर्मा ८७ देहली म०प्र० और बरार अजमेर, मारवाड़ बिहार संयुक्त प्रान्त मैसूर बड़ौदा हैदराबाद ग्वालियर मध्य भारत राजपूताना मैं मानता हूँ कि मुझे यह पता न था कि आँकड़े मुसलमानोंके इतने अधिक पक्षमें होंगे। फिर भी मेरा वक्तव्य कायम रहता है। वास्तविक प्रतिस्पर्धा आम लोगोंमें -- महज मामूली पढ़े-लिखोंमें-नहीं, बल्कि दोनों जातियोंके उच्च शिक्षित लोगोंमें है। और मैं समझता हूँ कि यह निर्विवाद है कि ऊँची कहलानेवाली शिक्षा मुसलमानोंमें उतनी नहीं है, जितनी कि हिन्दुओंमें। मैं चाहता हूँ कि पत्र-लेखक उच्च शिक्षा सम्बन्धी आँकड़ोंकी छानबीन करके कहें कि मेरी बात ठीक है या नहीं। इस बीच आँकड़ोंके अध्येता लोग ऊपर दिये गये आँकड़ोंका विश्लेषण करके अगर उनमें कोई गलती पायें तो मुझे सूचित करें। जिन प्रान्तोंके आँकड़े पत्र-लेखकने नहीं दिये हैं उनके विषयमें मैंने मान लिया है कि वहाँके आँकड़े पत्र-लेखकके आक्षेपके अनुकूल नहीं हैं। जहाँतक स्त्रियोंकी साक्षरताका सम्बन्ध है यह देखकर मुझे खुशी होती है कि बहुतेरे प्रान्तोंमें मुसलमान बहनें हिन्दू स्त्रियोंसे ज्यादा आगे बढ़ी हुई हैं। इससे यह मालूम होता है कि परदा साक्षरताके रास्तेमें रुकावट नहीं है। मैं परदेका पक्ष नहीं ले रहा हूँ, मैं तो उसके बिलकुल खिलाफ हूँ। मैं तो इस बातको सिर्फ आश्चर्यजनक समझकर उसका यहाँ उल्लेख करता हूँ। मैं यह तो जानता था कि बहुत-सी मुसलमान बहनें परदेमें रहनेपर भी काफी पढ़ी-लिखी है; पर यह नहीं जानता था कि साक्षरतामें भी उनकी संख्या हिन्दू बहनोंसे बढ़ी-चढ़ी है। कुछ प्रसंगोचित आँकड़े जिस समय देशका ध्यान हिन्दू-मुस्लिम समस्यामें लगा हुआ है पाठक निम्न सूची' पसन्द करेंगे। इसे एक मित्रने तैयार किया है। सूचीमें समस्त भारत और १. यहाँ नहीं दी जा रही है। Gandhi Heritage Portal