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८२. तार: मोतीलाल नेहरूको

पोरबन्दर
२० फरवरी, १९२५

पण्डित नेहरू
वेस्टर्न होस्टल
दिल्ली

मेरी रायमें डा० बेसेंट अपनी रिपोर्ट [१] प्रकाशित कर सकती हैं।

गांधी

अंग्रेजी मसविदे (एस० एन० २४५६) से।

८३. पत्र: रेवाशंकर झवेरीको

[२० फरवरी, १९२५][२]

आदरणीय रेवाशंकर भाई,

इसके साथ पटवारीसे हुआ पत्र-व्यवहार वापस भेज रहा हूँ। मैं इसे पढ़ गया हूँ। उनको दिया गया उत्तर भी पढ़ लिया है। उनके व्यवहारसे दुःख होता है। उनसे बहुत आशाएँ थीं; किन्तु अब तो वे सभी व्यर्थ हो गई जान पड़ती हैं।

पोरबन्दरके राणा साहबसे भेंट कल हुई। उन्होंने भी खादी-कार्यमें सहायताका वचन दिया है। बातें जी-भर कर हुई।

आज वाँकानेर पहुँच जाऊँगा।

मोहनदासके प्रणाम

मूल गुजराती पत्र (जी० एन० १२६१) की फोटो-नकलसे।

  1. देखिए "टिप्पणियाँ", २६-२-१९२५ के अन्तर्गत उपशीर्षक "२८ फरवरी"।
  2. गांधीजी वाँकानेर २० फरवरी, १९२५ को पहुँचे थे।