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भाषण: शराबबन्दीके बारेमें

अपने घरोंमें गाय या भैंस न रखें तो शुद्ध दूध नहीं पा सकते। बम्बई भयंकर रूपसे घना बसा है और वहाँ किसी लखपतीके लिए भी गाय या भैंस रखना कठिन है। तब ये लोग क्या करें? आप देख सकते हैं कि उनके पास कोई घर नहीं है। उनके कारखाने नरक-जैसे हैं। उनको नेक सलाह देनेवाला कोई मित्र नहीं मिलता। उनका कोई ईश्वर नहीं है, क्योंकि वे ईश्वरको भूल बैठे हैं। वे ऐसा ही मानते हैं कि भगवान् है ही नहीं क्योंकि अगर भगवान् होता तो वे इतने असहाय न होते। ऐसी है उनकी दुर्दशा!

हम उनके लिए क्या कर सकते हैं? आपमें से कुछ लोग उन जगहोंपर जायें और उन दरबोंमें रहनेकी कोशिश करें और देखें कि क्या तब भी आपकी इच्छा शराब पीनेकी नहीं होती। बोअर युद्ध में हमें तपती धूपमें तेजीसे चलना पड़ता था। तब मैंने अपने हाथोंसे लोगोंको रम[१] दी है। हमें जिन घायलोंको उठाकर ले जाना पड़ा था उनमें स्वर्गीय जनरल बुडगेट भी थे। डोलीवाहकोंने बहुत पराक्रम दिखलाया था। उनमें से कुछको शराब पीनेकी लत थी। उन्होंने मुझसे कहा, "अगर आप हमसे कल काम लेना चाहते हैं तो हममें से जो लोग कड़ी मेहनत करते हैं उनके लिए कमसे-कम थोड़ी-सी रमका इन्तजाम कर दें। मैंने उन्हें समझाया, "मैं भी आप लोगोंके साथ चला हूँ। और राशनमें रम भी मिलती है। लेकिन क्या इन लोगोंके साथ जो रम नहीं चाहते, आपके लिए रम लेना बहुत जरूरी है?" उन्होंने कहा, "हाँ"। जो अफसर राशनका इन्चार्ज था, मैं उसके पास गया और मैंने डोलीवाहक दस्तेके इंचार्जके नाते अपने हस्ताक्षरसे एक आवेदन दिया। मैंने उन लोगोंको बहुत खुशीसे रम तो दी, लेकिन ध्यान रहे कि उससे मुझे कुछ मलाल भी हुआ। मजदूरोंके बीच मुझे अब भी वैसा ही लग सकता है और इन कठिन परिस्थितियोंमें मेरा मन इन लोगोंको रम, व्हिस्की ब्रांडी कुछ भी हो, देनेका होगा ताकि वे अपना गम गलत कर सकें। इस अभिशापका मूल इसीमें है। मर्द और औरत लाचार होकर शराब पीने लगते हैं, और अगर आप उनका उद्धार करना चाहते हैं तो यह काम भाषणोंसे कदापि नहीं कर सकते। हम अपने ऊँचे आसनोंसे उतरकर उनके पास जायें, उन्हें अपनी बराबरीका मानें, उनकी कठिनाइयोंको समझने और दूर करनेकी कोशिश करें और इस तरह उनका दिल जीतें। हम तभी उनका उद्धार कर सकते हैं। उनकी कठिनाइयाँ दूर करनेके प्रयत्नमें आपको अपनी जगह दृढ़ रहना होगा और यदि आप स्वयं उन कठिनाइयोंसे अछूते और मुक्त रह सके तो इसमें आपकी भी भलाई है और उनकी भी। किसी दूसरे तरीकेसे कोई उम्मीद नहीं। मैंने सोचा था कि मैं आपको अपने कुछ अनुभव सुनाऊँगा और आपका ध्यान जीवनके बीसियों सच्चे दृष्टान्तोंकी ओर खींचूँगा; ये दृष्टान्त सबकेसब भारतके किसी एक भागके नहीं, बल्कि लगभग सभी भागोंके हैं, समाजके किसी एक स्तरके नहीं, बल्कि सभी स्तरोंके, और केवल दक्षिण आफ्रिकाके ही नहीं, बल्कि इंग्लैंडके भी होंगे। लेकिन मैं समझता हूँ कि मैं जितना बता चुका उतना आपमें से कुछ लोगोंको इस दिशामें खोजबीन करनेकी उत्कट प्रेरणा देनेके लिए पर्याप्त है। आपके

१. एक प्रकारकी शराब।