पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 26.pdf/५०६

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४७६ सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय कताई ७०० मन ७,००० रु० बुनाई ६७५. मन ६,७५० रु० कुल योग १८,७५० रु० धुनाईकी प्रक्रियामें माल ८०० मनसे घटकर ७०० मन रह जायेगा और कताई में और भी कम होकर ६७५ मन रह जायगा । उससे ३० इंच अर्जका ६७,५०० गज खद्दर तैयार होगा। सूतका अंक औसतन ८ होगा। यह एक ऐसा प्रयोग है जिसके महत्त्वपूर्ण आर्थिक परिणाम निकल सकते हैं। कहने की जरूरत नहीं कि कपास हाथसे लोढ़ी जायेगी। मुझे आशा है कि मैं समय-समयपर प्रयोगोंके परिणामोंका संक्षिप्त विवरण देता रहूँगा । मुझे यहाँपर इस बातका उल्लेख कर देना चाहिए कि हमारे लिए इस प्रकारके प्रयोगको पूरा करना इस कारण सम्भव हुआ है कि काठियावाड़में खद्दर के तीन सुव्यवस्थित केन्द्र हैं और उनमें प्रशिक्षित कार्यकर्त्ता मिल जाते हैं। रुपया अभी इकट्ठा किया जाना है और वह भी २ मासकी अवधि में। मुझे आशा है कि प्रत्येक काठियावाड़ी अपना श्रम या पैसा देकर इस कार्यमें सहायता देगा । उपनिषदोंसे बड़ो दादा' राष्ट्रीय मामलोंसे सम्बन्धित घटनाओंपर बहुत ध्यान देते हैं। उन्होंने मुझे निम्नलिखित पत्र भेजा है : आपने अपने एक अत्यंत सुन्दर लेखमें ऐसे पाशविक अत्याचारोंको पापपूर्ण बताया है जिनके सम्बन्धमें कहा जाता है कि वे हमारे धर्मशास्त्रों द्वारा अनुमोदित हैं। मैं आपके कथनके समर्थन में सहर्ष तैत्तिरीय उपनिषद्का एक प्रमाण उद्धृत करता हूँ । उसमें गुरु अपने शिष्य से कहता है : यान्यनवद्यानि कर्माणि । तानि सेवितव्यानि । नो इतराणि । यान्यस्माकं सुचरितानि । तानि त्वयोपास्यानि । नो इतराणि । 1 जो अनिन्दनीय कार्य हैं, तू उनको ही कर, दूसरोंको नहीं। हम जो भी अच्छे कार्य करते हैं, तू उन्हींका अनुसरण कर, अन्योंका नहीं । खादी कार्यकर्ताओंको कठिनाइयाँ श्री आदिनारायण चेट्टियारको तमिलनाडमें कांग्रेसके सदस्योंको संगठित करनेका कार्य सौंपा गया है। उन्होंने मेरे पास बहुतसे प्रश्न भेजे हैं। वे चाहते हैं कि मैं उनका उत्तर दूं। उनका पहला प्रश्न यह है : आप इसके बाद ग श्रेणीके सदस्योंकी भरतीको अनुत्साहित करना चाहते हैं, या आपकी सलाह यह है कि वह सर्वथा बन्द कर दी जाये ? मुझे ग श्रेणीके सदस्योंकी अर्थात् उन लोगोंकी भरतीको जो सूत खरीदते हैं निरुत्साहित करनेका कोई अधिकार नहीं । संविधानके अन्तर्गत उन लोगोंको भी भरती १. द्विजेन्द्रनाथ ठाकुर ।