पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 26.pdf/५२७

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।

२७५. भाषण: बम्बईकी सार्वजनिक सभामें[१]

१३ अप्रैल, १९२५

महात्माजीने कहा कि आप लोगोंने आज तीन भाषण सुने हैं। श्री पटेलने मुझसे देशके सामने ऐसा कार्यक्रम रखने को कहा है, जिससे लोगोंमें उत्साह पैदा हो; या फिर लोग ऐसा कार्यक्रम [२] स्वयं तैयार कर लें। मेरे विचारसे लोगोंमें उचित मात्रामें उत्साह उत्पन्न करने के लिए, तथा साथ ही उन्हें ब्रिटिश सरकारके विरुद्ध संघर्षके योग्य बनाने के लिए चरखेके अलावा किसी दूसरी चीजकी आवश्यकता नहीं है। हमें असफलता इसलिए मिली है कि हममें अपने लक्ष्योंके प्रति सच्ची निष्ठा नहीं है। चरखा हमें असीम धैर्य रखना और साहसी बनना सिखाता है। वह हमें अपना काम साहस और श्रद्धासे करना सिखाता है। फिर भी लोग प्रतिदिन आधा घंटा भी कताई नहीं कर सकते। मेरा दृढ़ विचार है कि यदि हम केवल सूत काते तो हम जो-कुछ चाहते हैं, हमें वह सब-कुछ मिल जायेगा। मैं आप लोगोंसे यह बात १९१९ से कहता आ रहा हूँ; अब मैं आप लोगोंसे और क्या कहूँ? यदि आप वास्तवमें उत्साह उत्पन्न करना चाहते है तो आप चरखेको अपनायें, क्योंकि आप चरखके बिना स्वराज्य नहीं प्राप्त कर सकते। हम लोगोंमें हिन्दुओं और मुसलमानों, ब्राह्मणों और अब्राह्मणों, अवर्णों और सवर्णोंकी--मुझे इन शब्दोंकी जानकारी त्रावणकोरमें हुई--लड़ाई चलती ही रहेगी। इनके अतिरिक्त आपसमें लड़ने के लिए अन्य जातियाँ भी हैं। देशके स्वराज्य तथा सत्याग्रहकी खातिर बलिदान करने होंगे। सत्याग्रह शब्दका प्रवर्तक मैं हूँ, इसलिए इसके बारेमें कुछ जानता हूँ।

हमें सत्याग्रहके बिना स्वराज्य कभी नहीं मिलेगा। यदि हम हिन्दुओं और मुसलमानों आदिके बीच भी सत्याग्रह करें तो मैं इससे सन्तुष्ट हो जाऊँगा। किन्तु लोग तो इस छोटी-सी बाततक के लिए तैयार नहीं हैं। हाँ, वे दुराग्रहके लिए तैयार हैं और आपसमें सिर फुटौअल करने के लिए तैयार है, और सिर फोड़कर भागनेका अवसर देखते रहते हैं। ये तो स्वराज्य लेने के तरीके नहीं हैं। हमें सत्याग्रहके लिए शान्त वातावरण चाहिए और वह नदारद है। मैं यह स्वीकार करना चाहता हूँ कि

१. यह सभा जलियाँवाला बाग दिवस मनानेके लिए बम्बई प्रान्तीय कांग्रेस कमेटीके तत्त्वावधानमें सरोजिनी नायडूकी अध्यक्षतामें कांग्रेस भवन, गिरगाँव में हुई थी। गांधीजी ने अपना यह भाषण हिन्दी या गुजराती में दिया था, और अन्तमें उसका सार अंग्रेजीमें भी बताया था। यह भाषण अंग्रेजी रिपोर्ट से लिया गया है।

२. श्री पटेलने बताया था कि वर्तमान कताई सदस्यताके कारण कांग्रेस-सदस्योंकी संख्या २५ लाखसे घटकर ११ लाख रह गई है।

२६-३२