पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 26.pdf/६१२

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
५८२
सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

१३ फरवरी: पालेजमें भाषण।

अहमदाबाद पहुँचे।

वाइसरायने गांधीजीको उनकी प्रस्तावित कोहाट-यात्राकी अनुमति न देनेका तार भेजा।

१५ फरवरी: काठियावाड़का दौरा प्रारम्भ। गांधीजीके स्वागतार्थ राजकोटमें विशेष दरबारका आयोजन किया गया।

राजकोटमें राष्ट्रीयशाला और जैन छात्रावासका उद्घाटन किया।

१९ फरवरी: राजकोटसे पोरबन्दर पहुँचे।

सरकारकी मदद करनेके उद्देश्यसे कोहाट जानेकी फिरसे अनुमति माँगते हुए वाइसरायको तार भेजा।

पोरबन्दरके निवासियों द्वारा दिये गये अभिनन्दन-पत्रका उत्तर दिया।

अन्त्यजोंकी सभामें भाषण।

२० फरवरी: वाँकानेर पहुँचे।

२१ फरवरी: बढवान पहुँचे।

अन्त्यज बाड़ेमें गये। सार्वजनिक सभामें भाषण दिया।

बाल मन्दिरका उद्घाटन किया।

२२ फरवरी: अहमदाबाद पहुँचे।

'एसोसिएटेड प्रेस ऑफ इंडिया' के प्रतिनिधिसे हुई भेंटमें काठियावाड़के राज्योंमें मद्यनिषेधकी आवश्यकतापर जोर दिया।

वाइसरायने पुनः तार दिया कि वे गांधीजीको कोहाट जानेकी अनुमति न देनकेअपने निर्णयपर दृढ़ हैं।

२३ फरवरी: गांधीजीने आचार्य गिडवानीको जेलसे रिहा होनेपर बधाईका तार भेजा। कोहाटके दंगोंके सम्बन्धमें शौकत अली तथा अपने मतभेदके बारेमें शौकत अलीको पत्र लिखा और सुझाव दिया कि हकीम अजमल खाँ या डा० अन्सारी पूरे मामलेकी जाँच करें।

२५ फरवरी: आश्रममें डाह्याभाई पटेलके विवाहके अवसरपर वर-वधूको आशीर्वाद दिया।

२६ फरवरी: 'यंग इंडिया के लेखमें कोहाटमें हुए समझौतेकी आलोचना की, परन्तु वहाँ सविनय अवज्ञा करना उचित नहीं समझा।

२७ फरवरी: दिल्ली पहुँचे।

१ मार्च: दिल्लीमें सर्वदलीय सम्मेलन समितिकी हिन्दू-मुस्लिम एकता सम्बन्धी उपसमितिकी बैठककी अध्यक्षता की। उपसमिति अनिश्चित कालके लिए स्थगित कर दी गई।

२ मार्च: सर्वदलीय सम्मेलन उपसमितिकी बैठकके स्थगनपर गांधीजी और मोतीलाल नेहरूका संयुक्त वक्तव्य।

नॉर्वेके भारतीय संस्कृतिशास्त्री श्री स्टेनकोनोवके प्रश्नोंके उत्तर दिये।