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एक मुसलमान सज्जनसे बातचीत

मेरे मित्र, आप बाबा आदमके जमानेकी बात कर रहे हैं। उस समय बुनकरोंको बहकाकर यह विश्वास दिलाया दिया गया था कि वे मशीनके काते सूत या विदेशी सूतके सिवाय और किसी सूतसे बुनाई नहीं कर सकते। मैं आज इस पूरे संगठनसे यह कह रहा हूँ कि इसके प्रत्येक अंगकी व्यवस्था विवेकी और समझदार लोग करें। कोई भी आन्दोलन तबतक व्यापक नहीं बनाया जा सकता जबतक उसका प्रचार विदेशी माध्यमका जरा भी सहारा लिये बिना किया जा सके। लेकिन मेरा आपसे यही कहना है कि चीजोंका अध्ययन कीजिए। आन्दोलनके शुरूमें खद्दरके दामोंपर और आजके दामोंपर गौर कीजिए; खद्दरकी किस्म देखिए; जो सूत हम तैयार कर रहे हैं उसपर गौर कीजिए; संक्षेपमें चरखे और खद्दरके विकासका अध्ययन कीजिए और तब आपको जो भी कहना हो, कहिए।

क्या हम अपने मिल-उद्योगके विकासपर निर्भर नहीं रह सकते ?

'यंग इंडिया' के पृष्ठोंके जरिये मैंने अकसर उन लोगोंकी भ्रान्तिपर प्रकाश डाला है जो मिलोंके पक्षमें दलीलें पेश किया करते हैं। उस मुद्देपर आज और कुछ कहना नहीं चाहता। मैं मिलोंका मोहताज नहीं बनना चाहता। मैं चाहता हूँ कि मिलें मेरी मोहताज रहें। सार रूपमें मुझे इतना ही कहना है।

हम अपनी राष्ट्रीय मिलें तो खड़ी कर सकते हैं।

ठीक है, जो व्यक्ति इस प्रस्तावका सुझाव रखे, उसे स्वयं इस सुझावको कार्यान्वित करना चाहिए।

मैं नहीं जानता कि वे महाशय आश्वस्त होकर गये या नहीं, लेकिन उन्होंने गांधीजीको श्रमित कर देने के लिए क्षमा माँगी। गांधीजीने उन्हें विश्वास दिलाया कि चरखेके बारे में बात करते समय मैं थकनेवाला व्यक्ति नहीं हूँ।

[अंग्रेजीसे]

यंग इंडिया, २-७-१९२५


५७. एक मुसलमान सज्जनसे बातचीत
[१५ मई, १९२५ के पश्चात्]
 

एक मुसलमान सज्जन शिकायतोंको एक लम्बी सूची लेकर आये। पहली शिकायत हिन्दुओं द्वारा मुसलमानोंके प्रति बरती जानेवाली अस्पृश्यताकी थी। दूसरी- का सम्बन्ध गोहत्याके विषयमें मतभेदसे था। तीसरी थी, अपर्याप्त प्रतिनिधित्व चौथीका सम्बन्ध इस्लामके खिलाफ छपी पुस्तकों और पोंसे था। पांचवीं शिकायत मुसलमानों द्वारा किये गये अपहरणों तथा ऐसे ही दूसरे अपराधोंके अखबारों में प्रका- शित समाचारोंके खिलाफ थी। छठी शिकायत नौकरियोंसे वंचित किये जानेके सम्ब- न्धमें थी। सातवीं महाजनों द्वारा [सूदके ] अधिक पैसे ऐंठने के बारेमें थी। आठवीं शिकायत काली पूजाके अवसरपर जमींदारों द्वारा लगायें गये अबवाबके खिलाफ थी। गांधीजीने उन महाशयको बताया कि उनके द्वारा प्रस्तुत कुछ शिकायतें तो