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निराश भी नहीं करना चाहता था। इसलिए मैंने उन्हें लिखकर कहा कि मैं उनका सितारवादन सूत कातते-कातते सुनूँगा। उन्होंने यह बात तत्काल स्वीकार कर ली। नतीजा यह हुआ कि मैंने रोजसे ज्यादा अच्छा सूत काता। सितारवादनकी बदौलत हाथ ज्यादा जमा हुआ रहा। मैं हमेशा ऐसे चरखेसे सूत कातता हूँ जो आवाज न करता हो। इसलिए उससे मुझे सितारवादनका आनन्द लेनेमें जरा भी बाधा नहीं पहुँची; उलटा उसके द्वारा सितारवादन सुननेका आनन्द बढ़ा और उस आनन्दसे कातनेका आनन्द बढ़ा। इन दोनोंमें से किसीके कारण भी मेरे ईश्वर-ध्यानमें बाधा नहीं पड़ी। हाथ, कान और हृदय पूर्णतया एक ही लयमें डूबे हुए थे। शंकाशील लोग जरा इसकी आजमाइश तो करें।

उदासीनता या नियमपालनका अभाव

भिन्न-भिन्न प्रान्तोंसे मेरे पास शिकायतें पहुँच रही है कि बार-बार चेतावनी देने और याद दिलानेपर भी जिलोंकी तरफसे सदस्यताका ब्यौरा या उत्तर नहीं मिलता। वे पूछते हैं कि ऐसी हालतमें हमें क्या करना चाहिए? साधारण तौरपर तो जवाब यही होगा——उन्हें भंग कर दो। जो मातहत दफ्तर अपने बड़े दफ्तरके हुक्मोंकी तामील नहीं करता वह फिजूल नहीं तो क्या है? इस नये मताधिकारके द्वारा सदस्यों और उपसमितियोंके आज्ञापालनके गुणकी परीक्षा होती है। सदस्योंको हर महीने अपना चन्दा भेजना होता है——इससे हर महीने उनके नियम-पालनकी आजमाइश होती है। यदि किसी संस्थाके सदस्य नियमपूर्वक अपना चन्दा देनेकी तकलीफ न उठायें तो उसकी कोई ज्यादा बक़त नहीं। मैं जानता हूँ कि चन्दा न देने और कमेटियोंकी बैठकोंमें न आनेकी शिकायत उतनी ही पुरानी है जितनी पुरानी स्वयं कांग्रेस। यह समयपर चन्दा न देनेकी शिकायत इस नये मताधिकारके साथ ही पैदा नहीं हुई है। आप जरा सोचे तो कि यदि किसी पेढ़ी या सरकारके नौकर-चाकर अपना काम नियमपूर्वक समयपर न करें या पेढ़ीके अधिकांश ग्राहक या सरकारके अधिकांश करदाता समयपर बिना तकाजा किये भुगतान न करें या कर न दें तो उस पेढ़ी या सरकारकी क्या हालत हो? इस पेढ़ी या सरकारका सब कारोबार बन्द हो जाये। कांग्रेस एक सरकार या पेढ़ीसे बढ़कर है या होनी चाहिए। फिर भी उसको सदस्योंसे चन्दा या कर देनेके लिए बार-बार मिन्नत करनी पड़ती है। ऐसी अवस्थामें कांग्रेस अभीष्ट परिणाम कैसे ला सकती है? मुझे नहीं लगता कि अ॰ भा॰ कांग्रेस कमेटीको उसके हिस्सेका सूत मिल गया है। मुझे इसमें कोई शक नहीं है कि प्रान्तीय कमेटियों या अ॰ भा॰ कां॰ कमेटीको अपना अंश प्राप्त करनेमें पूरी दृढ़ता दिखानी चाहिए। कांग्रेसकी शक्ति किस बातमें है? इसीमें कि उसके सदस्य और उसकी संस्थाएँ अपना अंगीकृत कार्य नियमपूर्वक और समयपर करें।

भावुकताको बकवास

एक भावुकता वह है जिसमें तथ्य होता है और जो उपयोगी होती है। उदाहरणार्थ जैसे अपने देशसे प्रेम करना तथा उसके फलस्वरूप श्रम करना। एक भावुकता