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१०४. पत्र : जी॰ वी॰ सुब्बारावको[१]
१ जून, १९२५
प्रिय मित्र,
आपके पत्रमें उल्लिखित अनेक बातोंसे मैं सर्वथा अनभिज्ञ हूँ।
हृदयसे आपका,
मो॰ क॰ गांधी
अंग्रेजी पत्र (जी॰ एन॰ ३६२४) की फोटो-नकलसे।
१०५. पत्र : जितेन्द्रनाथ कुशारीको
१ जून, १९२५
प्रिय मित्र,
अल्पकालमें ही आपँने जो प्रगति की है, उसके लिए मैं आपको बधाई देता हूँ। आशा करता हूँ कि यह प्रगति जारी रहेगी।
हृदयसे आपका,
मो॰ क॰ गांधी
श्रीयुत जितेन्द्रनाथ कुशारी
सत्याश्रम
डाकखाना बहरोक
जिला ढाका
सत्याश्रम
डाकखाना बहरोक
जिला ढाका
अंग्रेजी पत्र (जी॰ एन॰ ७१८७) की फोटो-नकलसे।
- ↑ जी॰ वी॰ सुब्बाराव पतुलु; १९१४ में कांग्रेसके महामन्त्री। १९१७ में वे पुनर्निर्वाचित हुए थे, किन्तु उन्होंने त्यागपत्र दे दिया था।