पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 27.pdf/४४८

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४१६ - सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय' इसके लिए सर्वसाधारणकी ओरसे जो चन्दा मिलेगा वह इस बातका सूचक होगा कि उनका देशबन्धुके प्रति कितना आदरभाव है, वे उस महान् देशभक्तका स्मारक बनाने के लिए कितने उत्सुक हैं, वे ऐसे स्मारककी उपयोगितामें कितना विश्वास करते हैं, तथा उन लोगोंपर उनका कितना विश्वास है जो इस कोषके विनियोगकर्त्ता होंगे। वे लोग ये हैं • मो० क० गांधी, पण्डित मोतीलाल नेहरू, मौलाना शौकत अली, आचार्य प्रफुल्लचन्द्र राय, श्रीमती सरोजिनी देवी, श्रीयुत जमनालाल बजाज और पण्डित जवाहरलाल नेहरू । इन्हें अपने साथ और लोगोंको शामिल करनेका भी अधिकार रहेगा। पण्डित जवाहरलाल नेहरूने न्यासियोंकी तरफसे अवैतनिक मन्त्रीका और श्री जमनालाल बजाजने खजांचीका काम करना स्वीकार किया है । चन्दा या तो जमना- लालजी बजाज के नाम ३९५, कालबादेवी रोड, बम्बईके पतेपर या पण्डित जवाहरलाल नेहरू के नाम १०७ हीवेट रोड, प्रयागके पतेपर भेजा जाना चाहिए । चन्दादाताओंकी सूची हर हफ्ते पत्रों में प्रकाशित की जायेगी । मोतीलाल नेहरू रवीन्द्रनाथ ठाकुर अबुल कलाम आजाद प्रफुल्लचन्द्र राय जमनालाल बजाज [ अंग्रेजीसे ] मो० क० गांधी सरोजिनी नायडू नीलरतन सरकार जे० एम० सेनगुप्त सी० एफ० एन्ड्रयूज वल्लभभाई पटेल बी० एफ० भरूचा ( अन्य लोगोंके हस्ताक्षर बादमें दिये जायेंगे ) यंग इंडिया, २३-७-१९२५ श्यामसुन्दर चक्रवर्ती विधानचन्द्र राय शरत् चन्द्र बोस नलिनी रंजन सरकार सत्यानन्द बोस २५३. अपील : अखिल भारतीय देशबन्धु-स्मारक के लिए १४८. रसा रोड कलकत्ता २२ जुलाई, १९२५ मैं समझता हूँ कि अखिल भारतीय देशबन्धु-स्मारकके लिए की जा रही अपीलसे अखिल बंगाल देशबन्धु कोषके लिए धनराशि इकट्ठा करनेमें किसी प्रकार की अड़चन पैदा नहीं होगी। अखिल भारतीय कोषको इकट्ठा करनेका काम काफी अरसेतक चलेगा। यह देखते हुए कि बंगाल अखिल बंगाल स्मारक कोषमें पर्याप्त पैसा दे चुका है, बंगालमें अखिल भारतीय स्मारक कोषके लिए पैसा इकट्ठा करनेका काम तीन महीने और यदि आवश्यकता हो तो और भी अधिक समयतक शुरू नहीं किया जाना चाहिए। बंगालका ध्यान अखिल बंगाल कोषकी ओरसे नहीं हटाया जाना चाहिए । प्रत्येक बंगाली और बंगाल में रहनेवाले प्रत्येक प्रवासीके लिए बंगाल Gandhi Heritage Portal