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क्या करें


इसके बाद महात्माजीने कहा, मैं आपको इस बातकी बधाई देता हूँ कि इस जिलेमें किसी प्रकारकी साम्प्रदायिक समस्या नहीं है और मैं आशा करता हूँ कि आगे भी कोई समस्या नहीं होगी। आप सब चरखेके प्रचार और अस्पृश्योंके उत्थानके लिए जो-कुछ कर रहे हैं, उसके लिए भी मैं आपको बधाई देता हूँ। भाषण समाप्त करते हुए गांधोजीने अखिल भारतीय देशबन्धु स्मारक कोषमें चन्दा देनेकी अपील की। उन्होंने बताया कि यह रकम ग्रामोद्धारके कार्यमें, जो देशबन्धुका परमप्रिय काम था, लगाई जायेगी। अखिल भारतीय चरखा संघ नामसे एक नई संस्था बनाई जा रही है। यह रकम खर्च करने के लिए उसीको दी जायगी। मैं जानता हूँ कि बिहारके मध्यमवर्गीय लोगोंके पास बहुत धन नहीं है। पर यदि वे चरखेकी उपयोगिता समझते हों, और यदि उन्हें चन्देकी रकमको खर्च करने का यह ढंग पसन्द हो तो वे इस कोषके लिए जो-कुछ दे सकते हैं, अवश्य दें। बिहारमें इकट्ठा हुई रकमका अधिकांश यहीं बिहारमें हो खर्च किया जायेगा।

[अंग्रेजीसे]
सर्चलाइट, १६–९–१९२५
 

९७. क्या करें?

गुजरातमें में केवल पाँच दिन ही रहा,[१] लेकिन इस बीच साथियोंसे मैंने बहुतकुछ जान लिया। मुझे कुछ-एक गम्भीर बातोंकी जानकारी भी मिली। लेकिन मेरे पास उन सबपर विचार करने का समय नहीं है। इस समय तो मैं केवल एक ही वस्तुके सम्बन्ध में लिख रहा हूँ। कुछ साथियोंका कहना है : "हमें अपने जिले में पैसे नहीं मिलते। लोग अपने लड़कोंको राष्ट्रीय स्कूलमें भेजनेके लिए तो तैयार है, लेकिन स्कूलका खर्च नहीं देते। लोग बहुत मुश्किलसे कताई करते हैं। ऐसी स्थितिमें हमें क्या करना चाहिए? इसके लिए प्रान्तीय कमेटी ही पैसे क्यों न दे?"

इशोचनीय स्थिति है। सामान्य नियम तो यह है कि जहाँ-जहाँ स्थानीय सहायता न मिले वहाँ-वहाँ लोग काम करना छोड़ दें। हाँ, इसमें कुछ-एक अपवाद हो सकते हैं। जब केवल नवीन विचारोंका प्रसार करनेकी बात हो, उस समय अमुक अवधितक बाहरी सहायता ली जा सकती है, लेकिन हमेशा यह बात नहीं चलती रह सकती। अन्त्यज-सेवा ऐसा ही कार्य है। अन्त्यज-सेवा धर्म है। इस कार्यमें एकाएक स्थानीय सहायता न मिले, यह सम्भव है। यदि ऐसा हो तो सेवकको अन्य स्थानोंसे सहायता प्राप्त करनी चाहिए। किन्तु प्रान्तीय कमेटी-जैसी लोक-निर्वाचित संस्थासे तो ऐसी मददकी आशा नहीं ही की जानी चाहिए। सेवकको इस कार्यमें अपनी

  1. बंगालकी चार माहकी यात्राके बाद गांधीजी ५ सितम्बरको गुजरात लौटे और ९ सितम्बर को बिहार के लिए रवाना हो गये।