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दक्षिण आफ्रिकाके सत्याग्रहका इतिहास

सरकारकी स्थिति विषम न हो। मैं अपने देशबन्धुओंको यह सलाह भी दूंगा किं वे वाइसरायके प्रतिनिधि सर बेंजामिन रॉबर्ट्सनको सहायता दें ।

'हम लोगोंको जेलमें और हड़तालमें जो कष्ट सहने पड़े उनके सम्बन्धमें मुझे कहना चाहिए कि हम इन कष्टोंका प्रमाण अपनी प्रतिज्ञाके कारण नहीं दे सकेंगे। हम सत्याग्रही होनेके कारण यथासम्भव अपने कष्टोंकी शिकायत न करेंगे और उनका हर्जाना भी न माँगेंगे। किन्तु हमारे इस समयके मोनका अर्थ यह न किया जाना चाहिए कि हमारे पास कष्टोंसे सम्बन्धित शिकायतोंको साबित करनेकी सामग्री नहीं है। मैं चाहता हूँ कि आप हमारी स्थिति भी समझ सकें। इसके अतिरिक्त जब हम सत्याग्रह मुलतवी रख रहे हैं तब जो लोग इस मौजूदा लड़ाईके सम्बन्धमें जेलोंमें हैं वे रिहा किये जाने चाहिए । हमारी माँगें क्या हैं, मुझे यहाँ यह बता देना भी जरूरी मालूम होता है।

१. तीन पौंडका कर रद कर दिया जाये ।

२. हिन्दुओं और मुसलमानों आदिके धर्मोकी विधिसे किए गये विवाह कानूनी माने जायें।

३. इस देशमें शिक्षित हिन्दुस्तानी प्रवेश कर सकें ।

४. ऑरेंज फी स्टेटके सम्बन्धमें जो करार किया गया है उसमें सुधार किया जाये ।

५. मौजूदा कानूनोंपर इस तरहसे अमल किया जाये जिससे हिन्दुस्तानियोंके मौजूदा हकोंको नुकसान न पहुँचे।

यदि इन विषयोंमें सन्तोषजनक उत्तर मिलेगा तो मैं सत्याग्रह स्थगित करनेकी सलाह दे दूंगा।'

मैंने यह पत्र २१ जनवरी १९१४ को लिखा था। मुझे इसका उत्तर उसी दिन मिल गया और उसका आशय यह था :

“सरकारको खेद है कि आप आयोगके सम्मुख गवाही नहीं दे सकेंगे । किन्तु वह आपकी स्थिति समझ सकती है। आप कष्टोंकी शिकायत नहीं करना चाहते, सरकार इसका कारण भी समझती है। सरकार तो इन कष्टोंसे इनकार ही करती है। किन्तु जब आप गवाही नहीं देंगे तो सरकारको इस सम्बन्धमें कुछ करना नहीं रहता । सत्याग्रही कैदियोंकी रिहाईके सम्बन्धमें तो आपका पत्र मिलने से पहले ही निर्देश दिया जा चुका है। कौमके कष्टोंका जो उल्लेख आपने किया है उनके सम्बन्धमें जबतक आयोगकी रिपोर्ट नहीं मिलती तबतक सरकार अपनी कार्रवाई स्थगित रखेगी। "

हम दोनों इन पत्रोंके आदान-प्रदानसे पंहले जनरल स्मट्ससे बहुत बार मिल चुके थे । किन्तु इस बीच सर बेंजामिन रॉबर्टसन भी प्रिटोरिया में पहुँच गये थे । यद्यपि सर बेंजामिन लोकप्रिय माने जाते थे और गोखलेकी सिफारिशी चिट्ठी भी लाये थे, किन्तु फिर भी मैंने देखा कि वे सामान्य अंग्रेज अधिकारीकी दुर्बलतासे

१. अंग्रेजीमें यहाँ है, 'हम दोनों एन्ड्यूज और मैं इन पत्रों...।