पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 29.pdf/३८१

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।

९१. पत्र : वालजी गो० देसाईको

[कानपुर]

सोमवार [२८ दिसम्बर, १९२५][१]

भाईश्री वालजी,

में सर हैरॉल्ड मैंनसे अहमदाबाद में ही मिल सकूंगा। मैं दिल्ली होकर अहमदाबाद जानेवाला हूँ। यहाँसे कल रवाना होऊँगा और ३१ तारीखको आश्रम पहुँचूँगा।

बापूके आशीर्वाद

गुजराती पत्र (सी० डब्ल्यू० ७७४३) की फोटो-नकलसे।

सौजन्य : वालजी गो० देसाई

९२. प्रमाणपत्र : तुलसी मेहरको

[कानपुर]

२९ दिसम्बर, १९२५

श्री तुलसी मेहरजी सत्याग्रह आश्रममें कमसे कम चार वर्षतक रहे हैं। उनका संयमने मेरे दिलपर बड़ा प्रभाव डाला है। वे बड़ी सादगीसे आश्रम में रहते थे। उसका उद्यम भी स्तुत्य था। उन्होंने धुनना कातना बिनना सीख लीया है। और घुननेमें उनका पहला स्थान रहा है। आज भी मैं उनको आश्रमवासी समझता हूँ।

मोहनदास गांधी

मूल प्रति (जी० एन० ६५२३) की फोटो - नकलसे।

  1. १. डाककी मुहरसे।