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१३३. टिप्पणियाँ

गलती सुधार ली गई

बम्बई सरकार और मेरे खयालसे भारत सरकार भी, अपनेको इस बातपर मुबारकबाद दे सकती है कि उन्होंने हिन्दुस्तान और एक बहादुर अंग्रेजके प्रति जो अन्याय किया था, उसे, अनमने भावसे ही सही, आज समाप्त कर दिया है। उन्होंने हॉनि- मैनके भारतमें - जिस देशसे उन्हें बड़ा प्रेम है और जिसके लिए वे सदा उद्योगरत रहे हैं- • वापस आनेपर लगी पाबन्दीको हटा देनेका साहस दिखाया है । यह कोई नहीं जानता कि हॉर्निमैनको गुप्त रीतिसे और एकाएक देशके बाहर भेज देनेका वास्तविक कारण क्या था । उनपर कोई मुकदमा नहीं चलाया गया और न उनपर लगाये गये आरोंपोकी सफाई पेश करनेका ही उन्हें कोई अवसर दिया गया था। मनमाने ढंगसे और जबर्दस्ती से दिये गये ऐसे देशनिकाले जनताके सामने यह बात स्पष्ट कर देते हैं कि भारत सरकारके हाथमें जो निरंकुश सत्ता है और जिसे वह काम में लाती है, उसका असली रूप क्या है । इस निरंकुश सत्ता द्वारा दण्डित किये जानेतक उसकी समाप्तिके लिए हॉर्निमैनकी अपेक्षा और कोई भी व्यक्ति अपने लेखों में इतने जोरदार और शानदार तर्क पेश नहीं कर पाया था। श्री हॉर्निमैनके स्वागतमें उठनेवाली हर्षध्वनिमें अपना एक स्वर में भी मिलाना चाहता हूँ । स्वराज्यके लिए जो शक्तियाँ संघर्ष कर रही हैं उनके देशमें लौट आनेसे उनके सामर्थ्य और उत्साहमें इजाफा होगा और जो लोग इस शुभ संघर्ष में लगे हुए हैं इससे उनके हृदयमें बड़ा ही आनन्द होगा । कामना है कि श्री हॉर्निमैन दीर्घायु और स्वस्थ हों ताकि वे अपने ऊपर आगे पड़नेवाले कठिन श्रमका निर्वाह कर सकें ।

दक्षिण आफ्रिका

बड़ी कठिनाइयों का सामना करते हुए श्री एन्ड्रयूज दक्षिण आफ्रिकामें भारतीयों- की खातिर लड़ाई लड़ रहे हैं। भारत सरकारको इसका यकीन है कि दक्षिण आफ्रिकाकी सरकार कृपापूर्वक भारतके प्रतिनिधियोंसे बातचीत करनेको तैयार है; और इस बातका यकीन है कि वह अपने भारतीय आश्रितोंसे मन भर लेकर उन्हें एकाघबार कुछ दाने लौटा देने को भी तैयार है। श्री एन्ड्रयूज इसी सरकारसे यह आशा रखते हैं कि एशियावासियोंके विरुद्ध जो विधेयक तैयार हुआ है वह उसको अपनी तरफसे कमसे कम उतने समयतक मुल्तवी रखनेके लिए दवाब डाले जबतक कि उत्तेजना कम नहीं हो जाती और विचारसे काम लेनेका वायुमण्डल नहीं बन जाता । लेकिन अब हम थोड़े ही दिनोंमें बहुत ही बुरी खबर सुनेंगे। शीघ्र ही संघ संसदमें वह विधेयक पेश किया जानेवाला है। यदि संघ सरकारने भारत सरकारके प्रति शिष्टाचार भी दिखाया तो वह तबतक उस विधेयकपर विचार करना मुल्तवी कर रखेगी जबतक भारत सरकारका शिष्ट मण्डल अपनी जाँच पूरी करके भारत