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सम्पूर्ण गांधी वाङमय

इन सब कारणोंसे, आपकी कांग्रेससे हमारी आदरपूर्वक प्रार्थना है कि वह हमारी शिका- यतें दूर कराने के लिए हमारी तरफसे अपने प्रबल प्रभावका उपयोग करनेकी कृपा करे।

आपके अत्यन्त आज्ञाकारी सेवक,
 
(यहाँ अनेक व्यक्तियोंके हस्ताक्षर हैं)
 

[अंग्रेजीसे ]

इंडिया, ११-११-१८९८

१२. पत्र : लॉर्ड हैमिल्टनको
पो० आ० बॉक्स १३०२
 
जोहानिसबर्ग
 
अगस्त २५, १८९८
 

परम माननीय लॉर्ड हैमिल्टन

सम्राज्ञीकी परिषद (प्रीवी कौंसिल) के सदस्य, आदि

भारत-मन्त्री

लंदन, इंग्लैंड

परम माननीय महोदय,

हम, अपनी और दक्षिण आफ्रिकी गणराज्यके जोहानिसबर्ग नगर-निवासी अन्य भारतीय ब्रिटिश प्रजाजनोंकी ओरसे, आपकी सेवामें संलग्न प्रार्थनापत्र' अर्पित कर रहे हैं।

आपके अत्यन्त आज्ञाकारी सेवक,
 
ए० चेट्टी
 
ए. अप्पास्वामी
 

[अंग्रेजीसे]

कलोनियल ऑफ़िस रेकर्डस : मेमोरियल्स ऐंड पिटिशन्स, १८९८ ।


१. से जिस खरीतेके साथ भेजा गया था उसमें औपनिवेशिक कार्यालय (फलोनियल ऑफ़िस) की यह सूचना दर्ज थी: “प्रार्थनापत्र शब्दशः वही है, जो श्री चेम्बरलेन और आई० एन० सी० (इंडियन नेशनल कांग्रेस) को भी भेजा गया है।" देखिए पिछला शीर्षक ।

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