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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

तुम्हें देशकी भाषाके लिए जरिए जो मेरे खयालसे हिन्दुस्तानी है, भारतके बारेमें सबकुछ जान लेना चाहिए। क्या तुम देवनागरी लिपि पढ़ सकती हो? अगर तुम पढ़ सकती हो तो मैं तुम्हें कुछ किताबें सुझा सकता हूँ।

मुझे उम्मीद है कि चरखा और खद्दरको अपनानेके बाद तुम उन्हें कभी नहीं छोड़ोगी।

हृदयसे तुम्हारा,

कुमारी जुबेदा बानो


मार्फत मंत्री
अंजुमन इस्लाम


इन्दौर

अंग्रेजी प्रति (एस॰ एन॰ १९७१८) की माइक्रोफिल्मसे।

५४२. पत्र: डा॰ परशुरामको

आश्रम
साबरमती
१४ अक्तूबर, १९२६

प्रिय डा॰ परशुराम,

आपका पत्र मिला। मेरी तो यही सलाह है कि आप अपनी जगह वापस जाकर फिरसे अपना काम शुरू कर दें और वहाँ रहते हुए आपसे जो सेवा बन सके सो करें। और इसे बढ़ा-चढ़ाकर न देखें दिखायें।

हृदयसे आपका,

अंग्रेजी प्रति (एस॰ एन॰ १९७१९) की माइक्रोफिल्मसे।