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पत्र : मणिबहन पटेलको

इस बार मुझे बहुत पसन्द आई। मीराबाईके साथ तो घंटों बातें कीं । बड़ौदामें सोहेली भी मिली थी। वह अब बड़ी हो गई है और उसकी सगाई हो गई है इसलिए बहुत शरमाती थी। मेरे साथ तो उसने बात भी न की । मणिलाल ११ तारीखको बम्बई उतरेगा, बहुत करके उमर सेठ उसे पोरबन्दर उतार लेंगे।

बापूके आशीर्वाद
 

[ पुनश्च : ]

अब्बास साहबको अभिवादन ।

चि० रामदास गांधी

मार्फत चि० गौरीशंकर व्यास

माणावदर

काठियावाड़

गुजराती पत्र (जी० एन० ६८५१) की फोटो-नकलसे ।

११०. पत्र : मणिबहन पटेलको

वर्धा
 
बुधवार [८ दिसम्बर, १९२६]
 


चि० मणि,

तुम्हारा कार्ड मिला। खुशीसे आओ। रातकी गाड़ी लेनेकी बजाय सुबहकी लेना अच्छा है। फिर जैसी मरजी हो वैसा करना । मुझे अब कोई शादी तो करनी नहीं है कि प्रतिक्षण विचार बदलूँ। यह इजारा तो कन्याओंका होता है और कुछ हदतक उसका उपभोग कुमार भी करते हैं।

बापूके आशीर्वाद
 

[ गुजरातीसे ]

बापुना पत्रो: मणिबहेन पटेलने


१. साधन-सूत्रके अनुसार।