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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

साथही असली खादी और नकली खादीमें अन्तर न कर सकते हों। खादीका काम तभी सफल हो सकता है जब कार्यकर्त्ता उसमें अपनी पूरी शक्ति लगा दें। मैं इस कार्यकी प्रगति बहुत दिलचस्पीसे देखता रहूँगा। दलने एक दूसरा प्रस्ताव भी पास किया है। इसमें उसने अगले साल खादी बिक्रीके दिनोंमें मुझे अपने प्रान्तमें निमन्त्रित किया है। यदि स्वयंसेवक मुझे बुलाकर और अपना एक खादी विक्रेता बनाकर केवल ४०,००० रुपयेकी खादी बेचनेकी आशा करते हों, तब तो मैं उन्हें अधिक श्रेय नहीं दूंगा। दलके सदस्योंको जान लेना चाहिए कि मैं वहाँ आनेकी काफी बड़ी कीमत वसूल करना चाहूँगा। उन्हें मेरे सामने अधिक आकर्षक कार्यक्रम रखना होगा, तभी मैं वहाँ आ सकता हूँ। उन्हें यह भी जान लेना चाहिए कि में उस सौभाग्यकांक्षिणी स्त्री की तरह हूँ जिसे बहुतसे लोग वरना चाहते हैं; किन्तु चूंकि में बहु-पतित्वकी प्रथामें विश्वास नहीं करती, इसलिए जो मुझे सबसे ज्यादा आकर्षक चढ़ावा देगा, वही मुझे प्राप्त करेगा। इसलिए अच्छा यह है कि वे अगले साल मेरे कर्नाटक आनेकी कोई बड़ी आशा न बाँधे।

अब्राह्मणों में खादी

एक पत्र लेखक लिखते हैं :

आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि निपानीके अब्राह्मण खावीमें गहरी दिलचस्पी ले रहे हैं। यही एक ऐसा मंच है जिसपर ब्राह्मण और अब्राह्मण एक हो रहे हैं। २३ अक्तूबरको यहाँ एक बड़ी सभा हुई थी। यह सभा बहुत अच्छी हुई। श्री रावन सभामें मौजूद थे। उन्होंने खादीका हार्दिक समर्थन किया। उन्होंने यह जरूर कहा कि वे अब्राह्मण दलके कार्यक्रममें अब भी भाग लेते रहेंगे। निपानीमें एक खादी भण्डार भी खोला गया। इसका श्रेय मुख्यतः कच्छके सेठ मूलजी सिक्काको है। उन्होंने लागत दाममें खादी बेचनेका वचन दिया है। अब्राह्मण मित्रोंको यह विश्वास हो गया जान पड़ता है कि जन-साधारणकी, जिनमें अब्राह्मण भी आते हैं, बढ़ती हुई गरीबीका प्रश्न तबतक हल नहीं किया जा सकता जबतक सब लोग खादीका व्यवहार न करें। इसलिए निपानीके नेता यह अनुभव करते हैं कि खादीका विरोध करनेसे काम न चलेगा, बल्कि समस्त उपलब्ध साधनोंसे खादीको प्रोत्साहन देना आवश्यक है।

मैं निपानीके अब्राह्मण मित्रोंको उनके इस निर्णयपर बधाई देता हूँ और यह आशा करता हूँ कि वे खादीकार्यका संगठन स्थायी आधारपर करेंगे।

पाठशालाओंमें कताई

आशा है, गुण्टूर नगरपालिकाकी शालाओंमें कताईकी प्रगतिकी निम्न लिखित रिपोर्ट दिलचस्पीसे पढ़ी जायेगी:

यहाँ पाठशालाओंकी संख्या ३५ है।