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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

जुट जाना सरासर भूल है । मूर्ख ! तुमने यह सोचा कि तुम आश्चर्यजनक कार्य कर सकते हो । अब तुम सबक लो और समय रहते समझ जाओ कि केवल ईश्वर आश्चर्यजनक कार्य कर सकता है और वह जिसे चाहे साधनके रूप में इस्तेमाल करता है।" मुझे आशा है कि मैं इस दण्डको उचित विनम्रतासे स्वीकार कर रहा हूँ और यदि वह मुझे बीमारीसे फिर उठने दें, तो में प्रतिज्ञा करता हूँ कि मैं अपने आचरणको सुधार लूंगा, उसकी इच्छाको जाननेका और अधिक प्रयत्न करूंगा और उसके अनुकूल कार्य करूँगा ।

मुझे आशा है कि आप मणिलालसे सम्पर्क बनाए हुए हैं। उसे दृढ़ चरित्रवाली लड़की पत्नी के रूपमें मिली है। मैं यथासम्भव उसके लिए इससे अच्छी लड़की नहीं खोज सकता था। संयोगसे ही वह मुझे मिल गई। वह एक धर्मपरायण परिवारकी बेटी है। स्मरण रहे कि आप फीनिक्स आश्रमकी व्यवस्थापिका समितिके सदस्यों में से एक हैं। मैं आपसे अपेक्षा करता हूँ कि आप इस जिम्मेदारीको निभायेंगे ।

सम्भवतः आपके इस पत्रको पानेके एक महीने के भीतर शास्त्री दक्षिण आफ्रिका में होंगे। मेरी उनसे आपके सम्बन्ध में एवं गोखलेके साथ आपके सम्बन्धोंके बारेमें लम्बी चर्चाएँ होती रही हैं। उनके समीप रहनेका प्रयास अवश्य कीजियेगा और अपने सभी पुराने साथियों को उनके सम्पर्क में लाइयेगा ।

हृदयसे आपका,
मो० क० गांधी

अंग्रेजी (एस० एन० १२३५०) की फोटो-नकलसे ।

३२८. पत्र: पी० जे० रेड्डीको

आश्रम
साबरमती [१]
१३ मई, १९२७


प्रिय मित्र,

आपका पत्र मिला। इसके लिए धन्यवाद। जब में बिहारका दौरा कर रहा था, मुझे चीन छात्र-संघका समुद्री तार मिला था। जहाँतक मुझे याद है, मैंने उन्हें समुद्री तारकी प्राप्ति स्वीकृतिका पत्र भी भेजा था । बहरहाल इसमें जो भी आवश्यक था उसका उल्लेख करके मैंने 'यंग इंडिया' में शीघ्र ही लिखा। भारतीय सैनिक दस्तोंके भेजे जानेके विरोधमें आन्दोलन किया गया। परन्तु जैसा कि आप जानते हैं इसमें हमारा कोई वश नहीं है।

  1. स्थायी पता ।