पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 33.pdf/४६६

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४०६. पत्र : सैम हिगिनबॉटमको

कुमार पार्क
बंगलोर
२९ मई, १९२७

प्रिय मित्र,

मैसूरके एक पत्रलेखकने मुझे निम्न लेख [१]भेजा है। यह लेख बड़ी उदारतासे सबको वितरित किया जा रहा है। इससे पहले कि मैं इस लेखके बारेमें कुछ कहूँ क्या आप कृपा करके मुझे बतायेंगे कि क्या इसमें आपके कथनका सही विवरण दिया गया है और क्या ये उद्धृत अंश आपके प्रति पूरा न्याय करते हैं ?

मुझे आपका पत्र मिला था, जिसमें आपने कृपापूर्वक मेरे स्वास्थ्यके सम्बन्ध में पूछताछ की थी। इसके लिए मैं आपका आभार मानता हूँ। मेरी सेहत बराबर सुधर रही । अभी कुछ समय मेरे यहाँ रहनेकी सम्भावना है। इसलिए यदि आप अपना उत्तर सीधे ऊपर लिखे पतेपर भेज दें तो ठीक रहेगा।

हृदयसे आपका,

डा० सैम हिगिनबॉटम

कृषि संस्थान

इलाहाबाद
अंग्रेजी (एस० एन० १४१३४) की फोटो-नकलसे ।

४०७. पत्र : के० टी० पॉलको

नन्दी हिल्स
२९ मई, १९२७

प्रिय मित्र,

आपका पत्र मिला। ऐसी सम्भावना है कि मैं कुछ दिनोंमें नीचे बंगलोर चला जाऊँगा और शेष इलाज वहाँ करवाऊँगा । जब कभी आप आ सकें जरूर आयें। चाहे में पहाड़ीपर होऊँ या बंगलोरमें, मुझे आपसे मिलकर प्रसन्नता होगी। जब मैं बंगलोर जाऊँगा तो आपको इस बातका समाचारपत्रोंसे एकदम पता लग जायेगा । वैसे भी आप पहाड़ीपर किसी भी दशामें ऐसे रास्ते तो आ ही नहीं सकते कि रास्ते में बंगलोर न पड़े ।

  1. यहाँ नहीं दिया जा रहा है।