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पत्र : मीराबहनको

समझते हैं अथवा नहीं। अगर आप समझते हैं तो मुझे विश्वास है कि इस समय, जब कि दुर्बल शरीरके बावजूद मुझे आपसे अपने मनकी सारी बातें कह डालनेकी एक अदम्य प्रेरणाका अनुभव हो रहा है, मेरे हृदयमें जो भावनाएँ उमड़ रही हैं, वही भावनाएँ आपके हृदयमें भी होंगी ।

इतना बोलते-बोलते महात्माजी प्रत्यक्षतः विह्वल हो उठे और उनकी आँखों में आँसू भर आये । वे कुछ क्षणतक रुके रहे. . .

मैं भगवान् से प्रार्थना करता हूँ कि वह आपको इस प्रदर्शनीको और उसमें जो कुछ दिखाया गया है, उसको समझनेकी शक्ति और बुद्धि दे ।

मुझे आपसे अब कुछ ज्यादा नहीं कहना है और यदि आपको अपना सन्देश देते हुए आपने मेरा गला अवरुद्ध होते देखा है तो मुझे आशा है उसके लिए आप क्षमा करेंगे। यह चीज मेरे मनपर इतनी छाई हुई कि अपने-आपको रोक पाना मेरे लिए कठिन हो जाता है, हालांकि मुझमें भी अपनी मनोगत भावनाओंको छिपा- कर बुद्धिकी सामान्य भाषामें आपसे अपनी बात कह सकनेकी सामर्थ्य है । लेकिन कभी-कभी मैं भावनासे अभिभूत हो उठता हूँ, और यही कामना करता हूँ कि काश ईश्वर मुझे, जिस शक्ति के लिए मैं नित्य लालायित रहता हूँ, वह शक्ति दे जिससे मैं अपना हृदय आपके सामने खोलकर रख दूं ताकि आप लोग जिह्वाकी भाषाको न समझकर हृदयसे बोली जानेवाली भाषाको पढ़ और समझ सकें । भगवान् आपका, तथा इन पुरस्कृत लोगोंका कल्याण करे और इस समारोहके उद्देश्यको सफल बनाये । मैं आप सबको सभामें आनेके लिए धन्यवाद देता हूँ।

[ अंग्रेजीसे ]

हिन्दू, ९-७-१९२७

११८. पत्र : मीराबहनको

९ जुलाई,१९२७

चि० मीरा,

तारके बाद तुम्हारा पत्र भी मिला । तुम्हारे नाम हर हफ्ते जो पत्र लिखा करता हूँ वह तो तुम्हें मिल ही गया होगा। वर्धाके पतेपर भी एक पोस्टकार्ड लिखा था, लेकिन वह सिर्फ यह बतानेके लिए लिखा था कि मैंने असली पत्र साबरमती भेज दिया है । मुझे यह जानकर खुशी हुई कि तुमने अभी कुछ दिन वहाँ रहकर डॉक्टरकी रिपोर्ट ले लेनेका निश्चय किया है। यदि हमें प्रकृतिके सारे नियमोंकी जानकारी होती अथवा यदि उनको जानकर मन, वचन और कर्मसे उनका पालन करनेकी शक्ति हममें होती तो हम खुद भगवान् ही बन जाते और हमें कुछ करनेकी जरूरत ही न रह जाती लेकिन वस्तुस्थिति यह है कि हम उसके नियमोंके बारेमें शायद ही कुछ जानते हों और उनका पालन करनेकी शक्ति हममें नहीं है । परिणामस्वरूप रोगादि होते हैं । इसलिए, हमारे लिए इतना ही पर्याप्त है, हम यह समझ लें कि प्रत्येक बीमारी