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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

तड़पाकर निर्ममतापूर्वक मारना। मैंने कमसे-कम छः गोशालाओंमें पशुओंको इस तरह भूखों मरते देखा है। इसलिए मौजूदा पिंजरापोलोंके सम्बन्धमें सबसे पहले ध्यान रखने योग्य बात यह है कि वे किसी भी हालतमें उससे अधिक पशुओंको आश्रय न दें, जितनोंको वे स्वाभाविक रूपसे मर जानेतक ठीक तरहसे खिला-पिला सकें, अच्छी तरह रख सकें, तथा जितने पशुओंकी वे ठीक देख-भाल कर सकें ।

जिन पिंजरापोलोंकी सुनिश्चित आय हो और जिन्हें पूँजी मिल सकती है, ऐसे सभी पिंजरापोलोंको, मेरे विचारसे, तीन विभागोंमें बाँट देना चाहिए और इन सबका प्रबन्ध किसी ऐसे व्यक्ति के हाथमें हो, जिसने पशुपालन और दुग्ध व्यवसायका अच्छा प्रशिक्षण प्राप्त किया हो ।

१. एक विभाग तो ऐसा हो, जहाँ बूढ़े और आर्थिक दृष्टिसे अनुपयोगी पशुओंको--इनमें भैंसे शामिल नहीं हैं। -- तबतक अच्छी तरह खिलाया पिलाया या रखा जाये जबतक कि वे स्वाभाविक मौत नहीं मर जाते ।

२. दूसरा हो दुग्धालय विभाग, जहाँ कसाईखानोंसे बचाने के लिए पिंजरापोलों में भेजी गई बछड़े देनेकी क्षमता रखनेवाली गायों तथा बछड़ों और दूध देनेवाली अन्य सभी गायोंको व्यापारिक दृष्टिसे चलाये जानेवाले दुग्धालयोंके पशुधन के रूप में अच्छी तरह खिलाया-पिलाया और रखा जाये तथा उनका दूध निकाला जाये । वहाँ किस गायने कब कितना दूध दिया, इसका हिसाब सावधानी रखना चाहिए और अधिकसे-अधिक सुनाफेपर हो दूध बेचना चाहिए। इन गायोंके लिए बहुत अच्छी नस्लके साँड़को उपयोगमें लाया जाना चाहिए और सभी बछड़ोंको अच्छी तरह से पालना चाहिए। जो बछड़े गोवंश-वृद्धिके लिए अच्छे साँड़ होने लायक न हों उनको बधिया कर देना चाहिए और जो अच्छे साँड़ बन सकते हों उन्हें साँड़ विभागमें भेज देना चाहिए अथवा गाँवोंको दे देना चाहिए। सब बछियोंको पाल-पोसकर दूध और बछड़े देनेवाली गायें बनाना चाहिए। जब इस विभाग में गायों और बैलोंकी संख्या इतनी ज्यादा हो जाये कि पिंजरापोलके लिए उन्हें रखना मुश्किल हो जाये तो उन्हें अच्छे हिन्दू मालिकोंके हाथों इस शर्तपर बेच देना चाहिए कि जब वे इतने बूढ़े हो जायें कि दूध देने और काम करनेके योग्य न रह जायें तब वे लोग उन्हें पिंजरापोलमें वापस भेज दें ।

३. तीसरे विभाग में अच्छी नस्लके अच्छे-अच्छे साँड़ोंको रखना चाहिए, जिनका उपयोग उस इलाकेके पशु-पालक लोग कर सकें । कुशल प्रबन्धक जिन गायोंके लिए पिंजरापोलके इन साँड़ों का उपयोग ठीक मानें, उन गायोंके लिए इनका उपयोग मुफ्त करने दिया जा सकता है। किसी गायके लिए जब भी पिंजरापोलके किसी साँड़का उपयोग किया जाये तो उसका विवरण दर्ज कर