पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 34.pdf/२७४

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१८८. पत्र : नाजुकलाल चोकसीको

[ २२ जुलाई, १९२७ ]

भाईश्री नाजुकलाल,

तुम्हारा पत्र मिला। इससे पहले मुझे डाक्टर चन्दूलालका तार मिल गया था, और मैंने उसका उत्तर दे दिया था। उम्मीद है, वह मिल गया होगा ।

इसके साथका पत्र चि० कुसुमको दे देना।[१] उसका सारा हाल मुझे लिखना । आशा है, चि० मोती और बच्चा दोनों सानन्द हैं ।

बापूके आशीर्वाद

गुजराती (एस० एन० १२१४० अ ) की फोटो - नकलसे ।

१८९. पत्र : रामेश्वरदास पोद्दारको

आषाढ़ बदी १० [२३ जुलाई, १९२७ ][२]

भाई रामेश्वरदास,

आपका पत्र मिला । नानासाहेब देवको मैं लीख रहा हुं । जो उद्यमका आरंभ हुआ है बहोत स्तुत्य है । इस काम में काकासाहेब या विनोबाको मददका आवश्यकता होगी तो नानासाहेब मुझे लीखेंगे ।

रामनाम हृदयमें रखो।

बापूके आशीर्वाद

जी० एन० १८४ की फोटो नकलसे ।

  1. देखिए पिछला शीर्षक ।
  2. देखिए खण्ड ३३ “ पत्र : रामेश्वरदास पोद्दारको ", ५-६-१९२७ के पूर्व तथा १२-६-१९२७।