पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 34.pdf/३१२

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२२६. पत्र : एन० शंकर अय्यरको

कुमार पार्क,बंगलोर
२९ जुलाई, १९२७

प्रिय मित्र,

आपके भेजे चेखवकी कहानीके अंश और मिलकी खादीसे सम्बन्धित जानकारीके लिए धन्यवाद । मैं जानता हूँ कि कुछ मिलें खुले आम ऐसा कपड़ा बेच रही हैं, जिसे मिलकी खादी कहा जाता है । मैं खादी संगठनों के जरिये इस धोखा-धड़ीको कम करनेके लिए काम कर रहा हूँ ।

एन० शंकर अय्यर
१४,पाटकर्स बिल्डिंग
बाँदरा
बम्बई नं० २०

अंग्रेजी (एस० एन० १९७९१ ) की माइक्रोफिल्मसे ।

२२७. पत्र : राधासुन्दर दासको

कुमार पार्क,बंगलोर
२९ जुलाई, १९२७

प्रिय मित्र,

आपका पत्र मिला । मुझे दुःख है कि आपके आवेदन-पत्रको स्वीकार नहीं किया गया। लेकिन इससे आपको निराश नहीं होना चाहिए, और न उन लोगोंके प्रति क्रोध करना चाहिए, जिन्होंने आपके आवेदन-पत्रको अस्वीकार कर दिया है। ऐसी बातें तो हमेशा होती ही रहती हैं । और यह सोचना गलत होगा कि चूंकि हमारे आवेदन-पत्रोंको स्वीकार नहीं किया गया है इसलिए अन्याय हुआ है । कृपया आप मुझे अपनी गति-विधियों और प्रगति के बारेमें सूचित करते रहिए ।

श्रीयुत राधासुन्दर दास
शिउड़ी डाकघर
बीरभूम जिला

अंग्रेजी (एस० एन० १९७९२ ) की माइक्रोफिल्मसे । हृदयसे आपका, Gandhi Heritage Portal