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गुजरातकी सहायता करें

भी आदमी भेजकर सहायताका काम शुरू कर देनेकी कोशिश की जा रही है । अमृतलाल सेठ काठियावाड़के इलाकोंमें पहुँचने और वहाँ सहायताका प्रबन्ध करनेकी कोशिश कर रहे हैं। तात्कालिक समस्या तो लोगोंको समयपर खानेकी चीजें उपलब्ध कराकर उनके प्राण बचानेकी है। यहाँ उपलब्ध साधन अपर्याप्त हैं। आप फौरन ही सारे हिन्दुस्तानके नाम तत्काल सहायता के लिए अपील निकालिए ।

नडियाद से श्रीयुत फूलचन्द शाहने खेड़ाके सम्बन्धमें विस्तृत तार भेजा है। भड़ौंच- निवासी डॉ० चन्दूलालने नाराजगी भरा तार भेजकर मुझसे पूछा है कि गुजरातका दुःख दूर करनेके लिए मैं क्या करनेकी सोच रहा हूँ । अखबारी खबरोंको देखकर मैं स्तम्भित रह गया हूँ। जो लोग दक्षिणकी बाढ़ के बारेमें कुछ जानते होंगे, वे लोग किसी हदतक कल्पना कर सकते हैं कि गुजरात के कुछ हिस्सों में कैसी भयानक तबाही हुई होगी। खेड़ा की समृद्धिका श्रेय उसके मेहनती और सूझ-बूझवाले किसानोंको है । अपनी सारी फसलको बह जाते और खेतोंमें अपने मूल्यवान और सुन्दर ढोरोंकी लाशोंको सड़ते देखना उनके लिए कोई हँसी खेल नहीं है ।

में जानता हूँ कि करोड़ों रुपयोंकी फसल, ढोर और सम्पत्तिकी क्षति तथा साथ ही खेतोंकी खादके बह जानेसे जो नुकसान हुआ है उसे हम लोग पूरा नहीं कर सकते। मगर जिनका सर्वस्व जाता रहा है, उनके मनके क्लेशको मानवीय सहानुभूति से बहुत हदतक दूर किया जा सकता है। मुझे पूरी आशा है कि जिन लोगोंकी नजरोंसे यह अपील गुजरेगी, वे समर्थ होंगे तो अपने हिस्सेकी सहायता तुरन्त भेजेंगे ।

श्रीयुत पटेल तपे परखे सिपाही हैं और सेवाके सिवा उनका कोई दूसरा धन्धा नहीं है । उनके अधीन योग्य कार्यकर्त्ताओंका एक दल है। इसलिए दाताओंको धनके बेकार खर्च किये जाने या गबन कर लिये जानेका कोई डर नहीं होना चाहिए । वाजिब तीरसे जाँचा गया हिसाब प्रकाशित किया जायेगा और हर रकमकी प्राप्ति 'यंग इंडिया' और जरूरा होनेपर 'नवजीवन' में भी स्वीकार की जायेगी। वे सहायताका काम इस उद्देश्य से स्थापित की जानेवाली दूसरी समितियोंके साथ मिलकर ही करेंगे । असली बात तो मदद देनेकी है। इसलिए जिस दाताको इस तरहका जो संगठन पसन्द हो और जिसपर उसका सबसे अधिक विश्वास हो, वह उसी संगठनको चन्दा दे । हाँ, लोग इस बातका ध्यान रखें कि वे जो कुछ दे रहे हैं वह उनकी सामर्थ्यको देखते हुए न्यूनतम नहीं, बल्कि अधिकतम हो ।

[ अंग्रेजीसे ]

यंग इंडिया, ११-८-१९२७

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