जबतक तुम्हें प्रेरणा नहीं मिलती तबतक राव साहबको पत्र न लिखनेका विचार ठीक ही है । कोई जल्दी नहीं है और जबतक तुम्हें ठीक भाषा नहीं सूझती, तबतक तुम्हें लिखनेकी कोई जरूरत नहीं।
मैं आज सबेरे ही दौरेसे वापस आया और तुम्हारा पत्र पाया। फिर ९ तारीखको दौरा शुरू होगा । तब मैं शायद लगभग १० दिन बाहर रहूँगा । लेकिन तुम्हारा बंगलोरके पतेपर पत्र भेजना ज्यादा ठीक रहेगा। पहले मैंने बंगलोर सिटी कहा था, लेकिन देखता हूँ, सिर्फ बंगलोर लिखनेसे तुम्हारे पत्र दो घंटे पहले पहुँचते हैं । कुमार पार्क, सिटी कार्यालय वितरण-क्षेत्रमें नहीं, बल्कि केन्द्रीय कार्यालय वितरण- क्षेत्र में पड़ता है ।
सस्नेह,
बापू
वर्धा
अंग्रेजी (सी० डब्ल्यू ० ५२५८) से ।
सौजन्य : मीराबहन
२६१. तार : मीराबहनको
५[ अगस्त, १९२७ ][१]
सत्याग्रहाश्रम
पत्र यथासमय डाक में डाल दिया गया है ।[२] सब ठीक है । प्यार ।
बापू
अंग्रेजी (सी० डब्ल्यू ० ५२५७ ) से ।
सौजन्य : मीराबहन