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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

आप उनके बीच अस्पताल और पाठशालाएँ खोलकर उनकी सहायता करने जाते हैं, लेकिन इस तरह आप उन्हें उनकी बेड़ियोंसे मुक्त नहीं करते । उलटे, आप उनकी बेड़ियाँ और भी कस देते हैं, क्योंकि इन चीजोंके जरिये आप उनमें नई-नई इच्छाएँ और अनिच्छाएँ पैदा करके उनकी आवश्यकताओंको बढ़ाते हैं । और उन्हें नगर समितियोंको दवाओं और पुस्तकोंके लिए जो कुछ देना पड़ता है और इसके लिए उन्हें जो और भी कठोर श्रम करना पड़ता है, सो इजाफा ।

हाँ, मैं दवाओंके खिलाफ हूँ । इस विज्ञानको आवश्यकता रोगोंको ठीक करनेके लिए नहीं, बल्कि प्राकृतिक तत्त्वोंका अध्ययन करनेके लिए ही है। अगर किसीको किसी चीजको ठीक ही करना हो तो वह रोगको नहीं, बल्कि रोगके कारणको ठीक करे। मुख्य कारणको, शारीरिक श्रमको आवश्यकताको, दूर कर दीजिए, फिर तो कोई रोग रह ही नहीं जायेगा ।

में रोगको दूर करनेवाले विज्ञानमें विश्वास नहीं रखता। सच्चे विज्ञान और सच्ची कलाका उद्देश्य अस्थायी और व्यक्तिगत हित-साधन नहीं होता । वे तो चिरन्तन और सार्वभौमिक उद्देश्यसे परिचालित होते हैं । वे सत्यको, जीवनके असली अर्थको पाना चाहते हैं, उन्हें ईश्वरको खोज रहती है, आत्माकी तलाश रहती है, और जब उन्हें तात्कालिक आवश्यकताओंको पूरा करने और वर्तमान बुराइयोंको दूर करनेतक ही सीमित कर दिया जाता है, औषधालयों और पुस्तकालयोंमें कैद कर दिया जाता है तब वे जीवनमें सिर्फ उलझनें ही पैदा करते हैं, उसके मार्ग में बाधाएँ ही खड़ी करते हैं ।

वैज्ञानिक, लेखक और कलाकार अपने-अपने काममें पूरी लगनसे जुटे हुए हैं । उनकी बदौलत जीवनकी सुविधाएँ दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। हमारी शारीरिक माँगें बढ़ती जा रही हैं, लेकिन फिर भी सत्य हमसे बहुत दूर है, और मनुष्य अब भी सबसे अधिक स्वार्थी, उत्पीड़क और कुत्सित प्राणी बना हुआ है। सारा आलम ऐसा है जो अधिकांश मानवोंको पतनके गर्त में लिये जा रहा है और उन्हें जीनके लिए सदाके लिए अक्षम बनाये दे रहा है ।

मैंने मूल कहानी नहीं पढ़ी है, लेकिन मेरा खयाल है कि लेखकने रोगोंके मुख्य कारणके रूपमें जिस शारीरिक श्रमका उल्लेख किया है, वह खेतोंमें किया जाने- वाला स्वस्थ शारीरिक श्रम या ऐसा कोई अन्य श्रम नहीं है । उनका तात्पर्य शायद मनुष्य को पीस डालनेवाले उस शारीरिक श्रमसे है जो उन किसानोंको, जिन्हें लेखकने देखा जाना होगा, किसी प्रकार गुजारा करने लायक कमा सकने के लिए करना पड़ता होगा | अनुवादकने जिस शब्दका अनुवाद 'फिजिकल लेबर' (शारीरिक श्रम) किया है, वह मूल रूसी शब्द क्या था, यह जानना दिलचस्प होगा ।