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३७. अपील : तमिलनाडसे

१९ अगस्त, १९२७[१]

ईश्वरने चाहा तो में इतने दिनोंसे लगातार टलती जा रही अपनी तमिलनाडकी यात्रा सितम्बर के आरम्भमें शुरू कर देनेकी आशा करता हूँ । यदि कार्यक्रम पहलेसे निश्चित न रहता तो मैं कुछ दिन और आराम करता और कोई भी दौरा शुरू न करता। परन्तु डॉ० सुब्बारावकी सलाह के मुताबिक मैंने मैसूर में छोटा-मोटा दौरा करनेका साहस किया; और यह तो ठीक है कि मैं अपने अन्दर उतनी शक्ति महसूस नहीं करता जितनी पाँच महीने पहले करता था, पर मैसूरके दौरेका परिणाम देखकर मुझमें तमिलनाडका दौरा शुरू करनेका साहस आ गया है ।

परन्तु शुरूमें जो कार्यक्रम निश्चित किये गये थे, उनमें विस्तार और घनत्व दोनों बातें थीं। उस मूल रूपमें कार्यक्रमोंको पूरा कर पाना तो मुमकिन नहीं । अब यह जरूरी हो गया है कि हर स्थानके कार्यक्रममें काट-छाँट की जाये और उसे कम से कम रखा जाये, साथ ही दौरेके स्थानोंकी संख्या भी घटाई जाये। इसलिए मैंने श्री राज- गोपालाचारीसे कहा है कि दौरा मुख्य-मुख्य केन्द्रोंतक ही सीमित रखा जाये। अलबत्ता, मुझे आशा है कि आसपास के स्थानोंके लोग अपनी-अपनी थैलियाँ दौरेके केन्द्रोंमें भेज देंगे और गाँवोंके लोग ज्यादासे ज्यादा संख्या में वहीं पहुँच जायेंगे। मुझे स्वयं इस बातका बड़ा दुःख है कि मैं पूर्व-निर्धारित सभी स्थानोंमें स्वयं जाकर चरखेका सन्देश नहीं सुना पाऊँगा । परन्तु मैं उतना ही तो कर सकता हूँ जितना मेरे लिए सम्भव है। सचमुच, यदि मुमकिन होता तो में अवश्य ही मातृभूमिके सात लाख गाँवोंमें स्वयं घूम-घूमकर यह सन्देश सुनाता । परन्तु में विनम्रतापूर्वक अपनी मर्यादाको स्वीकार करता हूँ और ईश्वर जितना करनेकी सामर्थ्य देता है, उसीमें सन्तोष मानता हूँ ।

पर मैं चाहता हूँ कि खादीका जीवन्त सन्देश भारतके दूरसे-दूर बसे हर गाँवमें पहुँचे और इसके लिए मैं सभी खादी-प्रेमियोंसे सहयोग माँगता हूँ। मैं आशा करता हूँ कि जो लोग दे सकते हैं वे दरिद्रनारायणके नामपर और दरिद्रनारायणके लिए यथाशक्ति अधिक से अधिक देंगे, जिससे कि गाँवोंमें धीरे-धीरे ही सही लेकिन स्वस्थ गति से जो संगठन और जागरण आ रहा है और जिसका श्रेय चरखेके पुनरुद्धार को है, वह धीरे-धीरे समाप्त न हो जाये।

दौरेके लिए चुने गये स्थानोंकी स्वागत समितियोंसे मेरा अनुरोध है कि वे कार्य- क्रमके सभी अनावश्यक भाग, विशेषकर केवल प्रदर्शनवाले भाग और उनपर होनेवाले खर्चमें अधिक से अधिक कटौती कर दें। दिखावे और प्रदर्शन आदिपर खर्च होनेवाली

  1. इस तारीखको चिकमगलूरसे जारी किया गया था।