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५.पत्र: सोंजा इलेसिनको
कुमार पार्क,बंगलोर
१६ जून,१९२७
प्रिय कुमारी श्लेसिन,[१]
साथमें डा० जोन्सका[२] लिखा पत्र भेज रहा हूँ। यह शायद तुम्हें अच्छा लगे । आशा है, मेरा वह लम्बा पत्र'[३] तुम्हें मिल गया होगा । इस बातकी भी पूरी उम्मीद है कि तुम श्री शास्त्रीसे[४] मिलना न भूलोगी । यहाँ कब आ रही हो ?चाहता हूँ कि तुम फीनिक्स जाकर मणिलाल और उसकी पत्नीसे भी मिल लो।
हृदयसे तुम्हारा,
कुमारी श्लेसिन
पो० बॉ० नं० २२८४
अंग्रेजी (एस० एन० १२३६०) की फोटो - नकलसे ।