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२२. पत्र : अखिल भारतीय चरखा संघके मन्त्रीको

कुमार पार्क,बंगलोर
१९ जून,१९२७

प्रिय महोदय,

बनारस में इकट्ठा किये गये चन्देके सम्बन्धमें यह कहना सर्वथा ठीक है कि यह सारी रकम गांधी आश्रम, बनारसके निमित्त इकट्ठी की गई थी। इसलिए आश्रमको यह सारी रकम कर्ज के रूपमें नहीं, अपितु अनुदानके रूपमें मिलनी चाहिए। हमारे बही खातों में तो यह रकम दर्ज होनी ही चाहिए, क्योंकि निधिका संग्रह हमने बड़ी जिम्मेदारी के साथ किया था। यह चन्दा इस रूपमें दर्ज किया जाना चाहिए कि इसका उपयोग गांधी आश्रम, बनारसके लिए किया जाना है; अनुदानके लिए परिषद्की मंजूरीकी कोई आवश्यकता नहीं है ।

जहाँतक लक्ष्मी बहन और हरजीवनका सवाल है, मेरा खयाल यह है कि सारी बात राजेन्द्र बाबूपर छोड़ देनी चाहिए और उन्हें ऐसी मदद दी जानी चाहिए जो उन्हें अपने निर्णयको कार्यान्वित करनेके लिए दरकार हो । जब हम मिलें, तब इस विषयपर और चर्चाकी जा सकती है ।

गुलबर्गाके चन्देके सिलसिलेमें में गंगाधररावसे सलाह-मशविरा कर रहा हूँ । लेकिन सामान्य रूपसे स्थिति यह है : हमारे लिए यह जानना तो सुविधाजनक रहेगा कि किस-किस प्रान्तसे चन्दा किया गया है, किन्तु यह सारा चन्दा चरखा संघकी ओरसे किया जाता है। अगर विचार यह है कि महाराष्ट्रमें इकट्ठी की गई पूरी रकमको महाराष्ट्रमें ही खर्च किया जाना चाहिए और अन्य प्रान्तोंके चन्देका उपयोग भी इसी तरह किया जाना चाहिए तो यह सिद्धान्त ऐसा नहीं है, जिसे उचित साबित किया जा सकता हो । और मैंने अपने भारत भ्रमणके दौरान ऐसे सभी स्थानोंपर जहाँ यह प्रश्न उठाया गया था, यह बात स्पष्ट कर दी थी कि यद्यपि खर्च करनेके लिए इस चन्देकी रकमका वितरण करते समय इस बातका ध्यान रखा जायेगा कि कहाँ कितना चन्दा इकट्ठा हुआ, फिर भी संघ यह वादा नहीं कर सकेगा कि जिस स्थानसे जितनी रकम इकट्ठी की गई है, उसे लाजिमी तौरपर उतनी रकम खर्च करनेको दे दी जायेगी । इसलिए यह बात कोई महत्त्व नहीं रखती कि गुलबर्गाके चन्देकी रकमको हम अपनी बहीमें किस रूप में दर्ज करते | सिद्धान्ततः देखें तो संघ महाराष्ट्रसे इकट्ठी सारी रकमको कहीं भी, यथा उड़ीसामें, और इसी तरह उड़ीसा में ही इकट्ठी की गई रकमको महाराष्ट्रमें खर्च करनेके लिए स्वतन्त्र है। यह कहना भी ठीक ही है कि ऐसा करना अधिकारका गलत प्रयोग करना होगा और इससे संघ टूट जायेगा । लेकिन ऐसा मैंने अपनी बातका अभिप्राय स्पष्ट करने और यह बतानेके लिए लिखा है कि जहाँतक हमारे बहीखातों में चन्दोंकी रकमको दर्ज करनेका