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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

झुकाव अनुदान दिये जानेके पक्षमें है। परन्तु मैंने तय कर दिया है कि जबतक कौंसिल मामलोंको मेरे सुपुर्द न करे, मैं कौंसिलको प्रभावित नहीं करूंगा।

आशा है कि आपका स्वास्थ्य ठीक होगा।

हृदयसे आपका

श्रीयुत भूपेन्द्र नारायण सेन
ई० ७६ कालेज स्ट्रीट मार्केट
कलकत्ता

अंग्रेजी ( एस० एन० १३१००) की फोटो-नकलसे ।

१०९. पत्र : वि० च० रायको

आश्रम
साबरमती
१० मार्च १९२८

प्रिय डा० राय,

यह बिल' कैसा है और अगर इसकी अदायगीकी उम्मीद मुझसे की जाती है, तो मैं यह अदायगी कहाँसे करूँ? क्योंकि मैं स्वयं जनताकी खैरात पर रह रहा हूँ । मैं निजी कामके लिए आश्रम-निधिको इस्तेमाल नहीं कर सकता। विशेषज्ञकी सहायता और सम्मतिका, जिसे मैं प्रत्येक आश्रमवासीके लिए उतनी ही आसानीसे सुलभ नहीं कर सकता, जो लाभ मैं उठाता हूँ, कोई मौज-शौककी बात नहीं है। लेकिन अपने रक्त या शरीरके किसी अंगके परीक्षणके लिए रु० ४६ या कुछ भी देना मेरे लिये असह्य होगा। इसलिए यदि इस बिलकी अदायगी करनी ही है, तो यह अदायगी आपकी उदार जेबसे ही करनी होगी।

हृदयसे आपका,

डा० विधानचंद्र राय
३६ विलिंग्टन स्ट्रीट
कलकत्ता

अंग्रेजी (एस० एन० १३१०२) की फोटो--नकलसे ।


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