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पत्रः पेट मेटॉफको

आपने मेरे स्वास्थ्यके बारेमें जो पूछताछ की है, उसके लिए धन्यवाद । ऐसा लगता है कि फिलहाल तो मेरी तबीयत ठीक है ।

हृदयसे आपका,

अंग्रेजी (एस० एन० १४२८७) की फोटो-नकलसे ।

२८९. पत्र : पेट मेटॉफको

आश्रम
साबरमती
२० अप्रैल, १९२८

प्रिय मित्र,

आपका पत्र मिला; उसके लिए धन्यवाद स्वीकार करें। मेरे ख्यालसे आपकी पुस्तक[१] यथासमय मुझे मिल जायेगी ।

अपने नये निवास स्थानमें दुखोबरोंके परिवारकी क्या हालत है, इस सम्बन्ध में लिखिए;[२] मैं यह जाननेके लिए उत्सुक रहूँगा ।

खेद है कि मैं अपना कोई फोटो अपने पास नहीं रखता। मैं एक साप्ताहिक समाचारपत्र 'यंग इंडिया' का सम्पादन करता हूँ, उसका नवीनतम अंक आपके पास भेज रहा हूँ।

मैं रूससे हाल ही में आपके पास आये हुए नये नेता[३] के बारेमें भी और अधिक जानकारी पानेके लिए उत्सुक हूँ।

हृदयसे आपका,

पेट मेटॉफ महोदय

थ्रम्स, बी० सी०

फ्री केनेडा

अंग्रेजी (एस० एन० १४२८८) की फोटो-नकलसे ।

  1. मैंसेज ऑफ दुखोबलं।
  2. पेट मेटॉफने अपने पत्रमें लिखा था कि बन्दूकों तथा अन्य विध्वंसक पदार्थोंको जलानेके अपराध में १८९५-९६ में रूसमें दुखोवर परिवार के लोगोंपर मुकदमा चलाया गया था तथा १८९९ में उन्हें केनेडा जानेकी इजाजत दे दी गई थी।
  3. पोटर पो० वेरोजिन ।