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मणीलाल और सुशीला गांधीको

३५ मील है और जहाँका मौसम सुहावना एवं ठण्डा रहता है । कमलाके स्वास्थ्य में स्विटजरलैंडमें जो सुधार हुआ है उसे किसी भी दशामें क्षीण नहीं होने देना चाहिए ।

हृदयसे तुम्हारा,

अंग्रेजी (एस० एन० १३०७९) की फोटो--नकलसे ।

६२. पत्र: मणिलाल और सुशीला गांधीको

२६ फरवरी, १९२८

चि० मणिलाल और सुशीला,

तुम्हारे पत्र मिल गये हैं। तार भी मिल गया है। उनका जवाब दे चुका हूँ। यदि मैं बहुत बीमार हो जाऊँ तो तार अवश्य भिजवाऊँगा । दूसरे लोग भी तब तार भेजेंगे ही। बहुत बीमार व्यक्ति स्टीमरकी राह क्या देखेगा ? इसलिए मेरी इतनी बीमारीके बाद भी तुम्हारा काम छोड़कर भागते चले आनेकी अपनी इच्छाको दबाना ही ठीक माना जायेगा ।

रामदास और निर्मला राजकोट तथा अमरेली गये हैं। दोनोंने ही मेरे किसी काममें जुट जानेका निश्चय किया है। वे कहाँ काम करेंगे इसका निर्णय भी १५ मार्चसे पहले हो जायेगा ।

देवदास अभी यहीं है। उसका स्वास्थ्य ठीक रहता है। ब्रायन गेब्रियल भी तीन दिन रहने के बाद आज बम्बई गये हैं। उन्हींके स्टीमरसे तुम्हें यह पत्र मिलेगा ।

मैं चाहता हूँ कि सुशीलाका स्वास्थ्य बिलकुल ठीक हो जाये । वह अंग्रेजीकी कौन-सी पुस्तक पढ़ रही है ? मुझे उसके अक्षरोंका नमूना भेजना। श्री कैलेनबैकसे कहना कि मैं तो उनके आनेकी राह देख रहा हूँ ।

बापूके आशीर्वादसे

गुजराती (जी० एन० ४७३४) की फोटो--नकलसे ।