पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 37.pdf/३२१

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३१०. पत्र: डॉ॰ सु॰ च॰ बनर्जीको

सत्याग्रहाश्रम, साबरमती
१४ सितम्बर, १९२८

प्रिय सुरेश बाबू,

आपका पत्र मिला। मैंने आपके ७ अगस्तके जिस पत्रका उत्तर तारसे भेजा था, उसमें आपने यह लिखा था:

साथमें में अपने आश्रमकी १९२७ की रिपोर्ट भेज रहा हूँ। यदि आप 'यंग इंडिया' के किसी अंकमें उपयुक्त टिप्पणीके साथ इसे विज्ञापित कर सकें तो बड़ी कृपा होगी।

मैंने [अपने तारमें] यही रिपोर्ट मांगी थी ताकि आपकी इच्छानुसार 'यंग इंडिया' में उसपर कुछ लिख सकूँ।[१] अभीतक रिपोर्ट नहीं मिल पाई है।

हृदयसे आपका,

अंग्रेजी (एस॰ एन॰ १३६८४) की फोटो-नकलसे।

 

३११. पत्र: के॰ एस॰ सुब्रह्मण्यम्‌को

सत्याग्रहाश्रम, साबरमती
१४ सितम्बर, १९२८

प्रिय सुब्रह्मण्यम्,

परिपत्र[२] पढ़ लिया है। उसमें मैंने जो-कुछ जोड़ा है, उसे आप संलग्न पत्र में देख सकते हैं।

कतैयोंसे सम्बन्धित आँकड़ोंके बारेमें मेरा खयाल यह है कि साल-दर-साल जहाँतक हो सके, उनकी संख्या बिलकुल ठीक-ठीक मालूम करना आवश्यक है।

हृदयसे आपका,

संलग्न पत्र: १
श्रीयुत के॰ एस॰ सुब्रह्मण्यम्
अ॰ मा॰ च॰ सं॰, अहमदाबाद

 

  1. देखिए "अभ्य आश्रम" २७-९-१९२८।
  2. अखिल भारतीय चरखा संघका।