आपके इसी ७ तारीखके पत्रके सम्बन्धमें सूचित कर रहा हूँ कि अपने विशेषाधिकारका प्रयोग करते हुए सरकार सभी सत्याग्रही कैदियोंको रिहा करने जा रही है और आपके दूसरे अनुरोधको पूरा करने के सम्बन्धमें भी वह आदेश जारी करेगी।
तलाटी और पटेल यदि कायदेके मुताबिक अर्जियाँ देंगे तो उन्हें माफ कर दिया जायेगा।
हृदयसे आपका,
जे॰ एल॰ रियू
ध्यातव्य: जिन जमीनोंको सरकारने, रिपोर्टके ८६वें अनुच्छेदमें बताये अनुसार, बेच दिया था और जिन्हें आर॰ बी॰ नाइकके नाम हस्तान्तरित कर दिया गया था उनकी कीमत लगभग ११,००० रुपये या लगानकी दूनी थी। इस तरह सरकारको जो अतिरिक्त रकम मिली, उसे भी सरकारने सम्बन्धित काश्तकारोंको वापस कर दिया और इस प्रकार उन्हें अपनी जेबसे कुछ भी गँवाये बिना अपनी-अपनी जमीनें वापस मिल गईं।
[अंग्रेजीसे]
द स्टोरी ऑफ बारडोली
परिशिष्ट ३
दक्षिण आफ्रिकी माफी
[१. प्रार्थनापत्रका प्रपत्र]
(नाम) ——————————————— भारतमें (नाम) ————————— से पहचाने जानेवाले (संघमें स्थानीय पता) ————————— के (पेशा) —————————
- प्रार्थीके पंजीयन प्रमाणपत्र, अधिवास प्रमाणपत्र अथवा अन्य प्रमाणपत्रकी संख्या ————————————————————
- प्रार्थीका जन्म स्थान / ग्राम तथा देश ———————————————
- प्रार्थीके पिताका नाम —————————
- संघमें प्रार्थीके प्रथम प्रवेशकी तिथि एवं स्थान —————————
- पत्नी हो तो उसका नाम तथा मौजूदा विवरण —————————
- बच्चे (यदि हों) —————————
माता | बच्चेका नाम | पुरुष या स्त्री | जन्म स्थान | आयु | मौजूदा विवरण |
———— | ——————— | ———————— | —————— | ——— | ————————— |
मैं, ——————————————— विधिवत् आगाह कर दिये जानेके बाद, इसके द्वारा पूरी गम्भीरता और सत्यनिष्ठाके साथ घोषणा करता हूँ कि उपर्युक्त प्रश्न