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पत्र: एल॰ कैनाको


अस्पतालमें मैं आपके मित्रकी तरह उसे देखने आऊँगा या वहाँ अपनी चिकित्सा तथा परिचर्या करवाने आऊँगा।

हृदयसे आपका,

डॉ॰ जोसिया ओल्डफील्ड
लेडी मार्गरेट अस्पताल, डाडिंगटन, केन्ट

अंग्रेजी (एस॰ एन॰ १४३५२) की फोटो-नकलसे।

 

६१. पत्र : एल॰ कैनाको

सत्याग्रहाश्रम, साबरमती
१३ जुलाई, १९२८

प्रिय मित्र,

यह आपके गत १८ मईके पत्रके[१] उत्तरमें है। मैंने 'सस्टेनिंग मेम्बर्स' (पोषक सदस्यों) के[२] नाम लिखे जिस पत्रका जवाब[३] आपको दिया था, वह खुद आपने मेरे नाम लिखा था। इस पर आपके हस्ताक्षर हैं। मूल पत्र साथमें भेज रहा हूँ।

यह बड़ी मजेदार बात है कि मेरे और मेरी मान्यताओंके बारेमें किस प्रकार कई अखबारों में गलत बातें छापी जाती हैं। कई बार तो ये गलतबयानियाँ जानबूझकर की गई जान पड़ती हैं और कभी-कभी तो ऐसे अखबार भी इस तरहकी बातें करते हैं जिनके संचालकोंका दावा होता है कि वे उन्हें सच्चे ईसाइयोंकी ईमानदारीसे चलाते हैं।

हृदयसे आपका,

संलग्न पत्र: १
श्री एल॰ क्रैना
मार्फत यं॰ मै॰ क्रि॰ए॰, सिंगापुर

अंग्रेजी (एस॰ एन॰ १४३४५) की फोटो-नकलसे।


 

  1. यह पत्र इस प्रकार था: "समझ नहीं पा रहा हूँ कि पोषक सदस्योंके नाम लिखा मेरा पत्र आपके हाथों में कैसे पहुँच गया। यदि इस सम्बन्ध में आप कुछ बता सकें तो आभारी होऊँगा।" (एस॰ एन॰ १४३१३ )।
  2. गिरजाघर-संगठनके खर्चके लिए नियमित रूपसे शुल्क देनेवाले लोग।
  3. ४ मई, १९३४का; देखिए खण्ड ३६, पृष्ठ ३१३।