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पत्र: सेमुएल एम॰ हसनको

 

जैसा कि आपने अखबारोंमें देखा होगा, इस वर्ष यूरोप जानेका इरादा तो मुझे छोड़ना ही पड़ रहा है। यह सम्भव है कि अगले वर्ष आ सकूँ।

हृदयसे आपका,

श्री एच॰ एन॰ मॉरिस
१४०, विलिंग्टन रोड, व्हैली रेंज, मैचेस्टर

अंग्रेजी (एस॰ एन॰ १४३४७) की फोटो-नकलसे।

 

६४. पत्र: सेमुएल एम॰ हसनको

सत्याग्रहाश्रम, साबरमती
१३ जुलाई, १९२८

प्रिय मित्र,

आपका पत्र मिला। मैं अपने आपको इस लायक नहीं मानता कि आप किस पद्धतिसे चिकित्सा करायें, इस सम्बन्धमें आपको सलाह दे सकूँ।

आपका नाम यथारीति 'यंग इंडिया' कार्यालयके व्यवस्थापकको भेज दिया गया है।

हिन्दू-मुस्लिम एकता आदिके सम्बन्धमें मैं आपके इस विचारसे सहमत हूँ कि विभिन्न सम्प्रदायोंके बीच पूरी एकता हो; वैसी एकता स्थापित करनेके लिए पूरी कोशिश की जा रही है।

'मदर इंडिया' के सम्बन्धमें मैं आपसे 'यंग इंडिया' के १५ सितम्बर, १९२७ के अंकमें लिखा लेख[१] पढ़नेका अनुरोध करूँगा।

भारत लौटने पर आप आश्रम आयेंगे तो हमें बड़ी प्रसन्नता होगी।

हृदयसे आपका,

श्रीयुत सेमुएल एम॰ हसन
जनरल केमिस्ट्री, सिराक्यूज विश्वविद्यालय
सिराक्यूज, संयुक्त राज्य अमेरिका

अंग्रेजी (एस॰ एन॰ १४३४८) की फोटो-नकलसे।

 

  1. देखिए "नाली-निरीक्षककी रिपोर्ट"; खण्ड ३४ पृष्ठ ५८४-९४।