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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

इस स्थानकी उचित सफाईकी ओर ध्यान नहीं दिया, प्रतिवेदनसे उसकी इस निष्क्रियताकी निन्दा होती है। जब अस्वच्छ क्षेत्र आयोग मुकर्रर किया गया था तब यह बस्ती सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरनाक समझी गई थी। परन्तु चूंकि जोहानिसबर्गमें जो कुछ किया जाता है, गगनचुम्बी पैमानेपर ही किया जाता है, उसके नीचे कुछ नहीं; इसलिए स्वच्छता-सम्बन्धी उचित नियन्त्रण नगर परिषदकी शानके खिलाफ था।

[ अंग्रेजीसे ]
इंडियन ओपिनियन, २२-१०-१९०४

२३१. लॉर्ड मिलनर

यह लगभग निश्चित मालूम होता है कि लॉर्ड मिलनर जल्दी ही दक्षिण आफ्रिकासे सदाके लिए विदा हो जायेंगे। कहना कठिन है कि इस महादेशमें परमश्रेष्ठके कार्यके सम्बन्धमें इतिहासका निर्णय क्या होगा। उन्होंने युद्धको सफलतापूर्वक समाप्त कराया, इससे परमश्रेष्ठका एक विनाशा-त्मक राजनीतिज्ञके रूपमें गौरव पानेका अधिकार सुनिश्चित हो गया है। अत्यन्त नाजुक समयमें तमाम लोगोंके बीच वे ही सबसे अधिक मजबूत आदमी निकले, और हारों और युद्ध-संचालक सेनापतियोंके चिन्ताजनक संवादोंके बावजूद वे बिलकुल दृढ़ और युद्धकी सफल समाप्तिके संकल्पमें अटल रहे। परन्तु हमें भय है कि उसके परिणामके सम्बन्धमें अपनी दूरदर्शितापर उनकी जो अजेय श्रद्धा थी, उससे उनको पुनर्निर्माण के कठिनतर कार्य में पथ-प्रदर्शन नहीं मिला। और वास्तव में यह भी नहीं कहा जा सकता कि परमश्रेष्ठको भविष्यका सही अनुमान हो गया था। लॉर्ड मिलनरने ऐसी आशाएँ बाँधी जो कभी पूरी होनेवाली नहीं थीं, और उन्होंने एक कमजोर बुनियादपर ऊपरसे भारी-भरकम इमारत बना डाली। नतीजा यह हुआ कि देशमें शासनका खर्च बहुत बढ़ गया और आय काफी नहीं हुई। लॉर्ड महोदयने शासनकी हर तफसीलपर बराबर ध्यान दिया और खूब परिश्रम किया। फिर भी यह नहीं कहा जा सकता कि मजदूरों, वतनी लोगों और एशियाइयोंकी जैसी कठिन समस्याएँ सन्तोषजनक ढंगसे हल हो गईं। चीनी मजदूर बुलानेका प्रश्न अभीतक प्रयोगकी स्थितिमें है और अभी इधर या उधर कोई निश्चित मत प्रकट करना बहुत असामयिक होगा। वतनी लोगों और एशियाइयोंके प्रश्नके बारेमें जो अस्थिर नीति अपनाई गई उससे दोनों ही पक्ष सन्तुष्ट नहीं हुए और लॉर्ड महोदयके हाथों एशियाइयोंके तो "राष्ट्रीय सम्मान" को भी क्षति पहुँची। इस प्रकार लॉर्ड मिलनरको प्रथम श्रेणीके रचनात्मक राजनीतिज्ञका दर्जा मिलना शंकास्पद है।

लन्दनके अखबारोंसे हमें पता चलता है कि इंग्लैंडमें बहुत जल्दी सत्तामें परिवर्तन होगा। अगर यह सच हो, तो यह जानना दिलचस्प होगा कि जानेवाली सरकार साम्राज्य और अनुदार दलके प्रति लॉर्ड मिलनरकी सेवाओंके बदले क्या करना चाहती है। हमें मालूम है कि कुछ महीने हुए, यह खबर उड़ी थी कि लॉर्ड महोदय सम्भवतः कलकत्ते में लॉर्ड कर्ज़नके उत्तराधिकारी होंगे। उस सूरत में बेशक वे उदारदलीय मन्त्रियोंके हस्तक्षेपसे बिलकुल मुक्त हो जायेंगे, और साम्राज्यवादी दृष्टिसे इस प्रकारकी प्रतिष्ठा प्रदान करनेके अलावा अनुदारदलीय सरकारके पास लॉर्ड महोदयको देने के लिए इससे अच्छी कोई चीज नहीं है। इसलिए यह अटकल दक्षिण आफ्रिकाके ब्रिटिश भारतीयोंके लिए कुछ स्थायी दिलचस्पीकी चीज है। हम सोचते हैं कि ब्रिटिश भारतीय प्रश्नपर हाल ही में प्रकाशित सरकारी रिपोर्टमें श्री लिटिलटनके नाम भेजे गये खरीतेके लेखक