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पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 4.pdf/३४६

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२४३. पत्र: दादाभाई नौरोजीको

२१-२४ कोर्ट चेम्बर्स
नुक्कड़, रिसिक और एंडर्सन स्ट्रीट्स
पो० ऑ० बॉक्स ६५२२
जोहानिसबर्ग
नवम्बर ५, १९०४

सेवामें
माननीय दादाभाई नौरोजी
२२, केनिंगटन रोड
लंदन

प्रिय महोदय,

आपका १३ अक्टूबरका पत्र मिला। मैं आपको, सर विलियम, सर मंचरजी और पूर्व भारतीय संघको साप्ताहिक चिट्ठी अक्सर भेजता हूँ। प्लेग-सम्बन्धी पत्रव्यवहारपर लॉर्ड मिलनरको लिखे गये अपने पत्रकी[] प्रति इसके साथ नत्थी कर रहा हूँ।

आपका सच्चा,
मो० क० गांधी

मूल अंग्रेजी पत्रकी फोटो नकल (जी० एन० २२६४- १) से।

२४४. लॉर्ड रॉबर्ट्सको मानपत्र[]

[ नवम्बर ९, १९०४ ]

ब्रिटिश भारतीयों द्वारा लॉर्ड रॉबर्ट्सको मानपत्र भेंट करनेका सुखद समारोह शुक्रवार, ११ नवम्बरको तीसरे पहर पौने तीन बजे किया गया। उस पुराने अनुभवी सिपाहीने मानपत्रपर हस्ताक्षर करनेवाले लोगोंका स्वागत बड़े सौजन्यसे किया और सारा आयोजन सन्तोषपूर्वक सम्पन्न हुआ। मानपत्रकी संलिपि यह थी:

सेवामें

फील्ड मार्शल परममाननीय कंदहार, वॉटरफोर्ड और प्रिटोरियाके अर्ल राबर्ट्स, के० जी०, के० पी० जी० सी० बी० जी० सी० एस० आई०, जी० सी० आई० ई०, ओ० एम० वी० जी०, प्रिटोरिया।

लॉर्ड महानुभाव,

हम नीचे हस्ताक्षर करनेवाले, ट्रान्सवाल-निवासी ब्रिटिश भारतीयोंके प्रतिनिधि, इस देशमें, जहाँ आपने हाल ही में साम्राज्यके लिए परिश्रम किया है, आपका काउंटेस राबर्ट्सका और देवी एलीन और एडविना राबर्ट्सका सादर स्वागत करते हैं।

  1. देखिए पत्र: “उच्चायुक्तको” अक्टूबर ३१, १९०४।
  2. यह "हमारे विशेष संवाददाता द्वारा" प्रेषित रूपमें छापा गया था।