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४१२. पत्र : उमर हाजी आमद झवेरीको

[जोहानिसबर्ग]
जून ६, १९०५

सेवामें
श्री उमर हाजी आमद झवेरी
बॉक्स ४४१
डर्बन

श्री सेठ उमर हाजी आमद झवेरी,

प्रिटोरियासे प्राप्त तार साथ भेजता हूँ। श्री शोन नामके एक व्यक्तिने हाजी तैयब खान मुहम्मदको दस वर्ष के पट्टे के लिए ५० पौंड देनेका प्रस्ताव किया है। उसका पत्र मुझे कल ही मिला है। परन्तु मकान कितनेका है, उसने इस बारेमें कुछ नहीं लिखा। मैंने उस व्यक्तिसे पुछवाया है, किन्तु उसमें कोई सार निकलता नहीं प्रतीत होता। तारसे ऐसा जान पड़ता है। कि १४,००० पौंडका मकान २० पौंडमें तय है।[१] फिर भी केलनबेकसे नहीं मिला, इसलिए मैंने तार नहीं दिया। मुझे दस्तावेज भेजना।

मैं बहुत करके ९ तारीखको रवाना हूँगा। ११ तारीख रविवार दादा सेठके काम में लगाने का विचार है। मुझे जैसे हो वैसे तुरन्त वापस आना पड़ेगा, क्योंकि यहाँ मेरी बहुत जरूरत है। मुझे कुछ समय फीनिक्सको भी देना चाहिए। बात यह है कि मुझे अधिकसे-अधिक १९ तारीखतक यहाँ पहुँच जाना चाहिए।

मो॰ क॰ गांधी के सलाम

संलग्न—एक
गांधीजीके स्वाक्षरोंमें गुजरातीसे; पत्र-पुस्तिका (१९०५), सं॰ २५९।
  1. पहली रकम मकानकी कीमतकी और दूसरी उसके किराये की है।