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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय


भाड़े के बारेमें आपकी बात याद है। मगर आप इसमें उतावली न करें। समय बहुत खराब है, इसलिए भाड़ा तो घटेगा ही। लेकिन घबराना नहीं चाहिए। आप वहाँका काम प्रसन्न होकर पूरा करें। घर बनानेकी जरूरत साफ है; इसलिए उसमें विघ्न न होना चाहिए।

आपका पत्र अभी यहाँ नहीं आया। डर्बनमें भी नहीं पहुँचा था। निश्चित समय बाद दुकानको पत्र लिखना जरूरी है।

अपनी तबियतकी खबर दें।

माजीको सलाम कहें। जाल और सोराबसे पत्र लिखायें।

मो॰ क॰ गांधीके सलाम

गांधीजीके स्वाक्षरोंमें गुजरातीसे; पत्र-पुस्तिका (१९०५), सं॰ ४०२।

४२५. पत्र : जालभाई सोराबजी ब्रदर्सको

[जोहानिसबर्ग]
जून २३, १९०५

सेवामें
श्री जालभाई सोराबजी ब्रदर्स
११०, फील्ड स्ट्रीट
डर्बन
प्रिय महोदय,

मुझे आपका पत्र मिला। मैंने श्री लॉटनका हिसाब देख लिया है। मैं सोचता हूँ, व्यावसायिक दृष्टिसे, इसके विरुद्ध कुछ नहीं कहा जा सकता। लाटीवाला गायब हो गया है, यह देखते हुए आप उसके बिलमें कमीकी प्रार्थना कर सकते हैं। मैं एवान होटलके बारेमें आपकी कार्यवाहीकी पुष्टि करता हूँ। कृपया छगनलालको बता दें कि ७ पौंड ४ शि॰ किस बाबत हैं। जिससे वे बहियोंमें आवश्यक इन्दराज कर लें। उम्बिलो रोडकी जायदादके बारेमें, यदि किरायेदार ६ पौंडसे ज्यादा नहीं देना चाहता तो आप उसीके अनुसार किराया घटा दें।

आपका विश्वासपात्र,
मो॰ क॰ गांधी

[अंग्रेजीसे]
पत्र-पुस्तिका (१९०५), सं॰ ४०५।